Move to Jagran APP

पावापुरी मेडिकल कॉलेज के 40 विद्यार्थी कोरोना संक्रमित मिले

बिहारशरीफ। पावापुरी स्थित व‌र्द्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान के 40 विद्यार्थी कोरोना संक्रमित मिले हैं। अभी तक 80 छात्र-छात्राओं के सैम्पल की जांच की गई है जिनमें 40 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

By JagranEdited By: Updated: Fri, 23 Oct 2020 06:50 PM (IST)
Hero Image
पावापुरी मेडिकल कॉलेज के 40 विद्यार्थी कोरोना संक्रमित मिले

बिहारशरीफ। पावापुरी स्थित व‌र्द्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान के 40 विद्यार्थी कोरोना संक्रमित मिले हैं। अभी तक 80 छात्र-छात्राओं के सैम्पल की जांच की गई है, जिनमें 40 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 20 छात्र-छात्राओं की जांच रिपोर्ट आनी शेष है। ये सभी छात्र-छात्राएं एमबीबीएस के दूसरे साल की पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें से गंभीर पांच छात्रों को विम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। वहीं अन्य को जनरल वार्ड व हॉस्टल में ही अलग-थलग रहने की नसीहत देकर रखा गया है। इस बात की पुष्टि माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ अरविद कुमार ने की है।

------------------------

परीक्षा की सूचना पर दिल्ली व हरियाणा से आए छात्रों से फैला कोरोना :

बता दें कि लॉक डाउन अवधि में मेडिकल कॉलेज की क्लास सस्पेंड थीं। जिससे सारे विद्यार्थी अपने घर लौट चुके थे। अचानक अक्टूबर में सेकेंड इयर के विद्यार्थियों की परीक्षा की घोषणा कर दी गई। तब आनन-फानन में दिल्ली, हरियाणा समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों से विद्यार्थी पावापुरी पहुंच गए। यहां से दो बसों में सवार होकर बीते 19 अक्टूबर तक मेडिकल कॉलेज के सेकेंड इयर के 100 छात्र-छात्राओं का बैच चंडी स्थित नालंदा इंजीनियरिग कॉलेज में बने सेंटर में परीक्षा देने के लिए आना-जाना कर रहा था। आशंका है कि विभिन्न जगहों से आए विद्यार्थियों के सम्पर्क में आने से ही कोरोना का प्रसार हुआ है। एक छात्र ने बताया कि हरियाणा से आई एक छात्रा के पिता की मौत पिछले दिनों कोरोना से हो गई थी। इस तरह कोरोना संक्रमित परिवार में रहकर कई छात्र आए होंगे। अगर पावापुरी पहुंचने के साथ सभी विद्यार्थियों की ट्रैवेल व फैमिली हिस्ट्री ली जाती तो कोरोना संक्रमण के प्रसार से बचा जा सकता था।

------------------------

22 अक्टूबर से होने वाला साक्षात्कार टला : द्वितीय वर्ष के छात्रों ने बताया कि लिखित परीक्षा के बाद 22 अक्टूबर से विम्स में ही उनका वाइवा होना था। लेकिन, 40 विद्यार्थियों के कोरोना संक्रमित होने के कारण मौखिक परीक्षा टाल दी गई है। अब नई तिथि की घोषणा संक्रमित छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य होने के बाद की जाएगी। बताया कि बिहारशरीफ में सड़क जाम में फंसने के कारण पहले ही उनकी 17 अक्टूबर की परीक्षा देर से केंद्र पहुंचने के कारण छूट चुकी है। उस विषय की परीक्षा दोबारा लेने के लिए केंद्राधीक्षक व विवि प्रबंधन से आग्रह किया गया है। परंतु, पुलिस 17 अक्टूबर को बिहारशरीफ बाइपास के जाम होने की पुष्टि लिखित तौर पर करने को राजी नहीं है। इस कारण विवि प्रबंधन दोबारा परीक्षा की तिथि घोषित करने में देर कर रहा है। उस पर से कोरोना की आफत आन पड़ी है। इन हालात में सेकेंड इयर के विद्यार्थी बेहद निराश हैं। छात्रों ने विम्स के प्राचार्य डॉ. पीके चौधरी से हर स्तर पर हस्तक्षेप की मांग की है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।