14 साल से शिक्षा विभाग के साथ चालाकी कर रही थी शिक्षिका, अब खतरे में पड़ी नौकरी; 2 दिन के अंदर मांगा गया जवाब
बिहारशरीफ के नूरसराय प्रखंड में शिक्षा मित्र की बहाली में विभागीय रोस्टर में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने अति पिछड़ा वर्ग की महिला कोटि में पिछड़े वर्ग की शिक्षिका का चयन किया जो नियमानुसार गलत है। बीईओ ने शिक्षिका से स्पष्टीकरण मांगा है। जांच में पाया गया है कि 2005 में हुई नियुक्तियां में पंचायत सचिव और मुखिया की मिली भगत से बहाली हुई थी।
जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ। Bihar Education News Hindi बिहारशरीफ के नूरसराय प्रखंड के शिक्षा मित्र की बहाली में विभागीय रोस्टर मेंं गड़बड़ी का मामला सामने आया है।
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नूरसराय द्वारा जारी एक पत्र में शिक्षा मित्र की बहाली में अति पिछड़ा वर्ग की महिला कोटि में पिछड़े वर्ग की शिक्षिका का चयन किया गया है। यह मामला तब सामने आया जब शिकायत के आधार पर नूरसराय प्रखंड के बीईओ ने उक्त शिक्षिका से बहाली के संदर्भ में स्पष्टीकारण मांगा।
इस मामले में मुज्जफरपुर पंचायत के मध्य विद्यालय परासी की शिक्षिका अंचला कुमारी से स्पष्टीकरण की मांग की गई है। जांच में पाया गया कि वर्ष 2005 के दौरान पंचायत सचिव और मुखिया की मिली भगत से नियुक्ति की गई थी।
उस समय दो रिक्तियां थीं, एक सामान्य कोटि और दूसरी अति पिछड़ा वर्ग कोटि की। सामान कोटि में जहां क्रांति कुमार का चयन किया गया, वहीं अतिपिछड़ा वर्ग महिला कोटि में अंचला कुमारी का चयन किया गया । जो पिछड़ा वर्ग से आती हैं।
दो दिन में देना होगा जवाब
बीईओ के पत्र में कहा गया है कि उक्त शिक्षिका का चयन शिक्षा मित्र के पद पर अति पिछड़ा वर्ग की कोटि में किया गया है जो अभिलेख और नियमानुसार गलत प्रतीत होता है। इस मामले में उक्त शिक्षिका से दो दिनों के अंदर स्पष्टीकरण की मांग की गई हैइसके अलावा, शिक्षिका को शैक्षणिक, प्रशैक्षणिक व जाति प्रमाण पत्र के साथ उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है। वहीं, शिकायत कर्ता का आरोप है कि तत्कालीन बीईओ ने इस मामले को नजरअंदाज कर करते हुए शिक्षिका के मामले को लंबित छोड़ दिया था।
वहीं, वर्तमान प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के प्रभार में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) आनंद शंकर के आने से न्याय की आस जगी है।
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