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Bihar News: दूसरे के प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रही शिक्षिका गिरफ्तार, जांच के दौरान ऐसे पकड़ी गईं

Bihar Teacher News बिहार में शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा के मामले भी सामने आ रहे हैं। जांच के दौरान रीता रानी का प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया था। शिक्षिका के विरुद्ध निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने एफआईआर कराया था। ओपी अध्यक्ष माया यादव ने बताया कि नियोजित पंचायत शिक्षिका को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। आगे जांच जारी रहेगी।

By RAKESH KUMAR (BIRENDRA)Edited By: Sanjeev KumarUpdated: Fri, 08 Dec 2023 03:47 PM (IST)
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जांच के दौरान रीता रानी का प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया (जागरण)

संवाद, सूत्र, हरनौत (नालंदा)। हरनौत के गोखुलपुर ओपी पुलिस ने बाजीत पुर प्राथमिक विद्यालय में फर्जी प्रमाणपत्र पर शिक्षक की नौकरी कर रही रीता रानी को गिरफ्तार कर लिया। रीता रानी दूसरे के शैक्षणिक प्रमाण पत्र में फर्जीवाड़ा कर नौकरी कर रही थी।

जांच के दौरान रीता रानी का प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया

जांच के दौरान रीता रानी का प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया था। शिक्षिका के विरुद्ध निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने एफआईआर कराया था। ओपी अध्यक्ष माया यादव ने बताया कि उक्त नियोजित पंचायत शिक्षिका को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

माया यादव ने बताया कि वह फर्जी अंक पत्र बनाकर बहाल हो गई थी।  जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना व प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हरनौत द्वारा उपलब्ध कराए गए प्रमाण पत्र के फोल्डर के अवलोकन में पाया गया कि नियोजित पंचायत शिक्षक रीता रानी का नियोजन वर्ष 2008 में हुआ था।

उच्च न्यायालय पटना द्वारा निर्धारित एमनेस्टी पीरियड में त्यागपत्र समर्पित नहीं किया था। बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड , पटना ने इनके प्रमाण पत्र को फर्जी बताया था। बोर्ड ने सत्यापन प्रतिवेदन में नियोजित शिक्षिका के जगह एक अन्य छात्र का नाम होने की जानकारी दी थी।

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