CM नीतीश कुमार का लोकसभा चुनाव पर बड़ा बयान, जातीय गणना पर SC में केंद्र के हलफनामे पर दी पहली प्रतिक्रिया
CM Nitish Kumar बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को नालंदा खुला विश्वविद्यालय कार्यालय भवन का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए लोकसभा चुनावों को लेकर बड़ा बयान दिया। इसके साथ ही उन्होंने मलमास मेले में शिरकत करने के लिए राजगीर रवाना होने से पहले जातीय गणना को लेकर भी अपनी पहली प्रतिक्रिया दी।
By Jagran NewsEdited By: Yogesh SahuUpdated: Tue, 29 Aug 2023 01:47 PM (IST)
जागरण संवाददाता, नालंदा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को नालंदा में लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया। इसके साथ ही उन्होंने जातीय गणना पर सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार की ओर से दिए गए हलफनामे पर अपनी पहली प्रतिक्रिया भी दी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को सुबह नालंदा पहुंचे थे। यहां उन्होंने सिलाव प्रखंड स्थित नालंदा खुला (मुक्त) विश्वविद्यालय के कार्यालय भवन का उद्घाटन किया।
इसके साथ ही अब 36 वर्षों के बाद नालंदा विश्वविद्यालय का कार्यालय नालंदा में शुरू हो जाएगा। 1 मार्च 1987 को नालंदा खुला विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी।
उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री राजगीर के लिए रवाना हो गए। जहां मलमास मेले के लिए बनाई गई डॉक्यूमेंट्री फिल्म व स्मारिका का लोकार्पण करेंगे।
अच्छे काम से कुछ लोगों को ऐतराज : नीतीश
राजगीर जाने से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातीय आधारित गणना को लेकर मीडिया से कहा कि अच्छे काम से कुछ लोगों को ऐतराज होता है।उन्होंने कहा कि हम जातीय गणना के साथ-साथ हर जाति, हर वर्ग का आर्थिक सर्वे भी करा रहे हैं, ताकि सभी के विकास का खाका तैयार किया जा सके।सीएम नीतीश ने कहा कि सभी पार्टी ने मिलकर यह डिमांड की थी कि जातीय गणना होनी चाहिए। क्योंकि जातीय जनगणना केंद्र सरकार के अधीन है। लेकिन जातीय गणना करवाना राज्य सरकार का अधिकार है।
जातीय गणना का सारा काम पूरा हो चुका है और एक-एक करके सभी चीजों को प्रकाशित किया जाएगा। हम लोग आर्थिक स्थिति को देखते हुए उनके विकास की योजना भी बनाएंगे।
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