बिहारशरीफ। राजगीर में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना का मार्ग साफ और प्रशस्त हो गया है। खेल विवि का खाका तैयार कर लिया गया है। इसे आगामी बजट सत्र में पेश किया जाएगा। बिल पास होने के बाद जमीन अधिग्रहण आदि प्रक्रिया शुरू होगी।
By JagranEdited By: Updated: Mon, 22 Feb 2021 11:36 PM (IST)
बिहारशरीफ। राजगीर में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना का मार्ग साफ और प्रशस्त हो गया है। खेल विवि का खाका तैयार कर लिया गया है। इसे आगामी बजट सत्र में पेश किया जाएगा। बिल पास होने के बाद जमीन अधिग्रहण आदि प्रक्रिया शुरू होगी। खेल विवि का निर्माण राजगीर में होगा और निर्माणाधीन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम सह स्पोर्ट्स एकेडमी के समीप में ही खेल विश्वविद्यालय की स्थापना होगी। सूत्रों के मुताबिक ऐसे व्यक्ति को खेल विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया जाएगा जो राष्ट्रीय स्तर के संस्थान में प्रशासनिक अनुभव के साथ अंतरराष्ट्रीय प्रतिभा का एक खिलाड़ी भी होगा। बिहार में बनने वाले खेल विश्वविद्यालय की स्थापना राजगीर में होनी है। जिसका खाका तैयार कर लिया गया है। सूत्रों के अनुसार, आगामी बजट सत्र में खेल विश्वविद्यालय से जुड़ा बिल पेश किया जा सकता है। एक बार विधानसभा से बिल पास होने के बाद जमीन अधिग्रहण से लेकर अन्य योजनाओं पर काम शुरू होगा।
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खेल विवि में इन विषयों की होगी पढ़ाई- प्रारंभिक ड्राफ्ट के अनुसार, खेल विश्वविद्यालय में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री से जुड़े कोर्स की पढ़ाई होगी। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, सभी प्रमुख खेलों से जुड़ा कोर्स कराई जाएगी। मगर अफसरों के अनुसार कोर्स का चयन छात्रों की मांग के अनुसार होगा। जिन खेलों और कोर्स में छात्र अधिक रुचि लेंगे, उसकी पढ़ाई कराई जाएगी। कोर्स शुरू करने का उद्देश्य विश्वविद्यालय के छात्रों को खेल के क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराना भी होगा।
------------------------ स्टडी करने जाएगी अफसरों की टीम
देश के कई राज्यों में खेल विश्वविद्यालय का निर्माण किया गया है। वर्ष 2010 में स्वर्णिम गुजरात स्पोर्ट्स विवि की स्थापना की गई थी। हरियाणा और मणिपुर में भी खेल विश्वविद्यालय बनाने का काम चल रहा है। ऐसे में बिहार के भी अफसर इन राज्यों का दौरा करेंगे। वहां की अच्छी बातों को राजगीर में बनने वाले खेल विवि में शामिल किया जाएगा। ---------------------- खेल यूनिवर्सिटी के लिए दूसरे राज्यों का अध्ययन- राजगीर में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर कला-संस्कृति एवं युवा विभाग में काम आरंभ हो गया है। माना जा रहा है कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर राज्य सरकार बजट सत्र में सदन में प्रस्ताव लाएगी। विभाग के प्रधान सचिव रवि मनुभाई परमार के अनुसार खेल विश्वविद्यालय के लिए न्यूनतम 150 एकड़ जमीन की जरूरत है। देखना होगा कि हमें यह जमीन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम एवं स्पोर्ट्स एकेडमी राजगीर के पास मिल जाए। इससे एकेडमी के मैदान आदि का इस्तेमाल विश्वविद्यालय के लिए किया जा सकेगा। उन्होंने आगे बताया है कि कई राज्यों के स्पोर्ट्स विश्वविद्यालयों का अध्ययन कराया जा रहा है। राजगीर में खेल विवि के लिए जमीन और आधारभूत संरचना जैसे मुद्दों पर विभाग काम कर रहा है। ----------------------- खेल विवि की प्रासंगिकता होगी खेल शिक्षा तथा स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान करना- अधिकांश छात्रों को खेल को अपना मुख्य विषयों में अपने प्रदर्शन के साथ बनाए रखने के लिये खेलों से समझौता करना पड़ता है। खेलों में खिलाड़ी अपने भविष्य को लेकर अनिश्चित होता है, केवल इस तथ्य के आधार पर कि अगर वह खेल में करियर बनाने में सक्षम नहीं होता, तो उसे सिर्फ एक स्कूल पास कहा जाएगा। उसे इसलिये नौकरी नहीं मिल पाती क्योंकि आमतौर पर हर नौकरी के लिये कम-से-कम स्नातक की डिग्री की आवश्यकता होती है। इसलिए कई छात्र जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में हिस्सा लिया वे उस मंच पर कहीं नहीं हैं, जहॉं स्नातक की डिग्री वाले छात्र हैं। स्पोर्ट्स कोटा के तहत नौकरियों का हिस्सा भी सीमित है। खेल विश्वविद्यालय अन्य खेलों के साथ क्रिकेट, फुटबॉल और हॉकी में स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान करेगा। खेल में छात्र छात्राओं का कैरियर और भविष्य बनाने के लिये खेल शिक्षा प्रदान करने पर जोर तथा विशेष ध्यान देगा। बता दें कि राजगीर में राज्य सरकार द्वारा संचालित अतिमहत्त्वपूर्ण परियोजनाओं में, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम सह स्पोर्ट्स एकेडमी का निर्माण कार्य जोर शोर से चल रहा है। जिसमें नेशनल-इंटरनेशनल क्रिकेट मैच टूर्नामेंट का आयोजन तो होगा ही। वहीं दुनिया भर में खेले जाने वाले लगभग सभी खेलों का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। वर्तमान में इसके दर्शक दीर्घा का निर्माण का काम लगभग 65 फीसदी तक पुरा कर लिया गया है। बीते वर्ष 2018 के 25 नवंबर को राजगीर महोत्सव के उदघाटन के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर के पिलखी पंचायत स्थित डेरा व हिन्दू पुर गांव के समीप क्रिकेट स्टेडियम सह खेल अकादमी के शिलान्यास कर निर्माण कार्यारंभ शुरू कराया था। जिसमें 90 एकड़ में निर्माणाधीन स्टेडियम सह स्पोर्ट्स एकेडमी के निर्माण के प्रथम चरण में 633 करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं। वहीं इसकी कुल लागत 740.82 करोड़ रुपए आंकी गई है। उस समय मुख्यमंत्री ने कहा था कि मुख्यमंत्री ने कहा था कि खेल युवा वर्ग के लिए जरूरी है। शिक्षा के साथ-साथ खेल में भी कैरियर की तलाश के लिए युवाओं को आगे आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजगीर में पहले से मगध सम्राट जरासंध का अखाड़ा है। इसी ²ष्टिकोण से राजगीर में इस स्टेडियम स्थल का चयन किया गया है।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के प्रतिभा संपन्न खिलाड़ियों को प्रशिक्षण के लिए अब बाहर जाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने आगे कहा था कि राजगीर में बीसीसीआई की राय से स्टेडियम बनाया जा रहा है। चूंकि भविष्य में बीसीसीआई को यहां अंतर्राष्ट्रीय मैच कराना है। जिसमें विश्व स्तरीय स्टेडियम के सभी मानक तथ्यों पर गौर फरमाते हुए इसका निर्माण कराया जा रहा है। वहीं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल के दिशा निर्देशों के अनुसार इस स्टेडियम का निर्माण होगा। जिसमें राजगीर प्रखंड के मेयार पंचायत स्थित दो गांव क्रमश: ठेरा व हिदू पुर का चयन किया गया है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम सह स्पोर्ट्स एकेडमी के निर्माण में राज्य सरकार ने भवन निर्माण विभाग को इसका जिम्मा सौंपा है। इस स्टेडियम सह एकेडमी के लिए कुल 6 अरब 33 करोड़ रुपए तय किया गया है। लगभग 500 एकड़ अधिग्रहित भूमि के 90 एकड़ में दुनिया भर के विभिन्न खेलों का प्रशिक्षण सह कोचिग यानि स्पोर्ट्स एकेडमी तथा 45 एकड़ में क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण कराया जाना है।स्टेडियम सह स्पोर्ट्स एकेडमी में क्रिकेट समेत 40 इनडोर और आउटडोर खेल की व्यवस्था होगी। जबकि क्रिकेट स्टेडियम के दर्शक दीर्घा में 40 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। वहीं शेष बचे भूमि में वाहन पड़ाव, प्रशिक्षु खिलाड़ियों का आवास, भोजनालय, विभिन्न खेलों से जुड़े विषयों के पुस्तकालय, अस्पताल, अतिथि गृह, विभिन्न खेलों के उपस्कर सह संसाधन कक्ष इत्यादि शामिल हैं।जिसका निर्माण लक्ष्य अवधि 2020 तय किया गया है। एकेडमी हॉस्टल के साथ खेल परिसर में 696 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसमें अकेले क्रिकेट स्टेडियम पर 258 करोड़ रुपये खर्च होंगे। राज्य भवन निर्माण विभाग के अनुसार विश्व स्तरीय स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों की मेजबानी करने के लिए बिहार को एक अवसर प्रदान करेगा। जो पर्यटकों को आकर्षित करेगा। कबड्डी, लान टेनिस, फुटबाल, वालीबाल, बैडमिटन, तैराकी, कुश्ती, जूडो-कराटे, दौड़, खो-खो आदि इस स्टेडियम में खेले जा सकते हैं। वहीं परिसर में स्पोर्ट्स एकेडमी लाइब्रेरी, फिटनेस सेंटर, मोटिवेशन सेंटर, स्वीमींग पूल, कैफेटेरिया, रिसर्च सेंटर और हॉस्टल सुविधा से लैस किया जाएगा। वहीं लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग व्यवस्था होगी। जिसमें 400 प्रशिक्षुओं को समायोजित करने की क्षमता होगी। वहीं अकादमी सह स्टेडियम में प्रशिक्षू खिलाड़ियों को देश विदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले खेल प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण के दौरान भाषा को लेकर कोई असुविधा न हो। इसके लिए एक इंटरप्रेटर यानि 12 भाषाओं के जानकार अनुवादक की व्यवस्था की जाएगी। निर्माणाधीन स्टेडियम सह स्पोर्ट्स एकेडमी के निर्माण का जिम्मा मुंबई के शापोरजी पालनजी कंस्ट्रक्शन कंपनी प्रा0 लि0 को दिया गया है, जो तीन वर्षों तक इसका रख-रखाव भी करेगी। स्टेडियम एंड स्पोर्ट्स एकेडमी के निर्माणाधीन आधारभूत संरचना में कुल 9 हजार पाईल का संयोजन किया जाएगा। जिस पर टिका होगा स्टेडियम एंड स्पोर्ट्स एकेडमी की विशाल आधारभूत संरचना। पूर्व में पाईलिग, मिट्टी भराई, बैटिग प्लांट, पौधरोपण, कंक्रीट मिक्सिग प्लांट, भारी भरकम बुलडोजर आदि मशीनों द्वारा लेवलिग, बोरिग परिसर चारदिवारी का निर्माण का कार्य लगभग कंप्लीट है। जबकि दर्शक दीर्घा सह गैलरी के निर्माण के लिए बड़े-बड़े पीलरों का निर्माण कार्य 65 फीसदी तक हो चुका है। जिसमें अनेक डीप बोर मशीन, जेसीबी मशीन, हाईवा, ट्रक व ट्रैक्टर वाहनों से सामग्रियों की ढुलाई तथा आयात कराया जा रहा है। जबकि 10 अधिकारी, 50 अभियंता व सैकड़ों की संख्या में मजदूर इस कार्य में जुटे हैं। अब बिहार के लोग भी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच का आनंद राजगीर मे लेगें। जिन्हें दुसरे राज्यों में जाना पडता था। वहीं अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस स्टेडियम सह स्पोर्ट्स एकेडमी के निर्माण कार्य से बिहार में छुपे खेल खिलाड़ियों की प्रतिभाओं को भी मौका मिलेगा। वहीं स्टेडियम के बनने के बाद बिहार में भी आइपीएल समेत राष्ट्रीय, अंतर्रष्ट्रीय क्रिकेट मैचों का आयोजन संभव हो सकेगा।
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