Nalanda News: सदर अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही से गई मरीज की जान, तीन घंटे तक फर्श पर रहा पड़ा शव
नालंदा का सदर अस्पताल आए दिन किसी न किसी वजह से सुर्खियों में रहा है। अस्पताल कर्मियों की लापरवाही का एक मामला शुक्रवार को सामने आया है। कर्मियों की लापरवाही से एक बुजुर्ग की जान चली गई। दरअसल सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में एक अज्ञात बुजुर्ग को लाकर 13 जनवरी को भर्ती कराया गया था। उसे कमजोरी की शिकायत थी और उनका ट्रीटमेंट इमरजेंसी वार्ड में चल रहा था।
जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ। नालंदा का सदर अस्पताल आए दिन किसी न किसी वजह से सुर्खियों में रहा है। अस्पताल कर्मियों की लापरवाही का एक मामला शुक्रवार को सामने आया है। कर्मियों की लापरवाही से एक बुजुर्ग की जान चली गई।
दरअसल, सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में एक अज्ञात बुजुर्ग को लाकर 13 जनवरी को भर्ती कराया गया था। उसे कमजोरी की शिकायत थी और उनका ट्रीटमेंट इमरजेंसी वार्ड में चल रहा था।
बुजुर्ग काफी समय तक शीतलहर और ठंड के जबरदस्त प्रकोप के बीच अपने बेड से नीचे फर्श पर अर्धनग्न हालत में पड़े रहे, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। इमरजेंसी वार्ड में घटना के वक्त एक नर्सिंग स्टाफ था।
वीडियो में भी स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि किस प्रकार फर्श पर बुजुर्ग अर्धनग्न हालत में पड़े हुए हैं, बावजूद उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं था। बुजुर्ग शहर के भैसासुर निवासी रंजीत कुमार है।
क्या बोले ड्यूटी में तैनात डॉक्टर
इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टर विश्वजीत कुमार ने बताया कि वह ड्यूटी के टाइम पर सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड पहुंचे और वार्ड में राउंड लगाने गए, तब उन्होंने देखा कि एक बुजुर्ग अपने बेड से नीचे फर्श पर गिरे हुए हैं।तत्काल उन्होंने बुजुर्ग को उठाकर बेड पर रखा, जब उनकी नवस टटोली गई तो उनकी मौत हो चुकी थी। पूर्व से वहां मौजूद गार्ड एवं अन्य कर्मियों ने उन्हें फर्श से उठाने की जहमत नहीं उठाई। मानवता के नाते उन्होंने यह कार्य किया, लेकिन अफसोस की बात है कि बुजुर्ग की जान नहीं बच सकी।
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