Nalanda News: धोखा दे गई किराए की पिस्टल, 50 मीटर प्रतिस्पर्धा में प्रीति का स्कोर गड़बड़ाया; बताई अपनी मजबूरी
Nalanda News नेशनल स्तर पर गोल्ड मेडल विजेता प्रीति कुमारी को 8वीं ईस्ट जोन शूटिंग प्रतियोगिता में 50 मीटर शूटिंग प्रतिस्पर्धा में अच्छा स्कोर नहीं करने का सामना करना पड़ा क्योंकि उनकी पिस्टल ठीक से काम नहीं कर रही थी। वह किराए की पिस्टल से खेल रही हैं क्योंकि उन्हें अपनी पिस्टल का लाइसेंस आठ महीने से नहीं मिला है।
संवाद सूत्र, जागरण, हरनौत (नालंदा): East zone shooting championship: पश्चिम बंगाल के आसन सोल में चल रही 8वीं ईस्ट जोन शूटिंग प्रतियोगिता में गुरुवार को 50 मीटर शूटिंग प्रतिस्पर्धा में नेशनल स्तर पर गोल्ड मेडल विजेता प्रीति कुमारी अच्छा स्कोर नहीं कर सकी। कारण, पिस्टल ठीक से कार्य नहीं कर रही थी। वह किराए की पिस्टल से खेल रही है।
शूटिंग की नेशनल टीम में तीन साल शामिल रही प्रीति कुमारी पिस्टल का लाइसेंस प्राप्त करने की प्रतीक्षा आठ माह से कर रही है। वह नेशनल मैच में एक गोल्ड मेडल सहित 25 गोल्ड मेडल प्राप्त कर चुकी है। वह कहती हैं कि स्वयं की पिस्टल होती तो अच्छा स्कोर कर सकती थी। उन्होंने पिस्टल का लाइसेंस के लिए आठ महीने पूर्व आवेदन पत्र समर्पित किया था। लेकिन लाइसेंस नहीं मिला है।
मैच के लिए पांच हजार रुपए में किराए की पिस्टल ली है। प्रीति ने बताया कि मैच के दौरान पिस्टल ठीक नहीं चल रही थी। अब 25 मीटर प्रति स्पर्धा भी इसी से करना होगा। क्योंकि कोई विकल्प नहीं है। प्रीति ने बताया कि दिल्ली के एक खिलाड़ी से एक इवेंट के लिए पांच हजार रुपए चुका कर पिस्टल ली है।
कहा,पिस्टल लाइसेंस के लिए दो महीने पूर्व अनुमंडल स्तर पर कागजात की जांच हुई थी। उसके बाद क्या हो रहा है नहीं मालूम। कहा, वहां से बोला गया था कि मोबाइल फोन पर आगे की प्रक्रिया की सूचना मिलेगी। लेकिन दो महीने में कोई फोन काल नहीं आया। जिला खेल पदाधिकारी शालिनी प्रकाश ने कहा कि प्रीति की पिस्टल लाइसेंस निर्गत होने में जो भी अड़चन जिस स्तर पर होगा उसे शीघ्र दूर करायी जाएगी।
नालंदा के सिलाव प्रखंड की जगदीश पुर निवासी प्रीति कुमारी ने वर्ष 2012 में कल्याण बिगहा शूटिंग रेंज में निशानेबाजी शुरू की थी। इनकी प्रतिभा को देख इन्हें एयर इंडिया निशानेबाजी स्कूल में स्कॉलरशिप मिल गई। प्रीति के दादा रामेश्वर प्रसाद ने बैंक ऋण लेकर एयर पिस्टल खरीद कर दी।
प्रीति के पिता मनोज कुमार गांव के प्राथमिक विद्यालय में प्रधान शिक्षक हैं। प्रीति ने नेशनल मैच में एक गोल्ड मेडल तथा राज्य स्तरीय और क्षेत्रीय मैच में 25 गोल्ड मेडल प्राप्त की है। वह पीजी कर ली है और दाना पुर के एक कालेज से बी.पीएड का प्रशिक्षु अध्यापक हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।