Move to Jagran APP

पावापुरी जल मंदिर की खूबसूरती निहारने पहुंच रहे पर्यटक

पहले पर्यटन नगरी पावापुरी व राजगीर पर्यटकों से गुलजार होने लगा है। नए साल के आगमन में महज पांच दिन शेष हैं लेकिन जश्न की तैयारी अभी से शुरू है। इसके पहले जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की निर्वाण स्थली पावापुरी में प्रतिदिन हजारों की संख्या में जैन श्रद्धालुओं समेत स्थानीय पर्यटक पहुंच रहे है।

By JagranEdited By: Updated: Sun, 26 Dec 2021 10:47 PM (IST)
Hero Image
पावापुरी जल मंदिर की खूबसूरती निहारने पहुंच रहे पर्यटक

संवाद सूत्र, गिरियक: नववर्ष से पहले पर्यटन नगरी पावापुरी व राजगीर पर्यटकों से गुलजार होने लगा है। नए साल के आगमन में महज पांच दिन शेष हैं, लेकिन जश्न की तैयारी अभी से शुरू है। इसके पहले जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की निर्वाण स्थली पावापुरी में प्रतिदिन हजारों की संख्या में जैन श्रद्धालुओं समेत स्थानीय पर्यटक पहुंच रहे है। सैर-सपाटों के लिए पावापुरी में ऐसे ढेरों जगह हैं, जो नए साल पर घूमने लायक और मनोरंजक है। इस स्थानों में धार्मिक, प्राकृतिक व ऐतिहासिक महत्व की जगह है। यह सभी ऐसी जगहें हैं, जहां वर्षभर दूर-दूर से पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है।

दिगंबर, श्वेतांबर व जल मंदिर का लुत्फ उठा रहे लोग

पर्यटक यहां आकर दिगंबर जैन मंदिर, श्वेतांबर मंदिर, समोसारण मंदिर व विश्व विख्यात जल मंदिर का आनंद उठा रहे हैं। इस दौरान पर्यटक भ्रमण के खास लम्हों को कैमरों में कैद करते भी दिखे। कोई जल मंदिर तालाब की मछलियों की तसवीर खींच रहा था, तो कोई तालाब मैं तैरते विदेशी पक्षियों की।

भजन-कीर्तन में भी शामिल हुए जैन श्रद्धालु

जैन श्रद्धालु जल मंदिर के चबूतरे में बैठकर भजन कीर्तन किया। भगवान महावीर का जयकारा लगा भक्ति भाव में झूमते रहे। जैनियों के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल भगवान महावीर की निर्वाण भूमि पावापुरी अपने में एक अनोखी पहचान है, ये मशहूर तीर्थ स्थल भारत में ही नहीं पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। जैन धर्म के प्रमुख तीर्थों में पावापुरी

पावापुरी जैन धर्म के प्रमुख तीर्थ स्थलों में एक है। जैनियों के 24वे तीर्थंकर भगवान व‌र्द्धमान महावीर स्वामी ने ईसा से 490 वर्ष पूर्व यहां पर मोक्ष प्राप्त किया था। पावापुरी में भगवान महावीर स्वामी के निर्वाण स्थली प्राचीन जलमंदिर के गर्भ गृह में महावीर स्वामी उनके दो परम शिष्य के का चरण पादुका स्थापित है। ऐसी मान्यताएं है कि भगवान के निर्वाण के समय यहां स्त्रावको की इतनी भीड़ लगी थी कि चुटकी-चुटकी भर चिता का भस्म लेने से ही यह विशाल सरोवर बन गया। जल मंदिर अपने में एक मिशाल पेश करती है, आकर्षक सफेद संगमरमर से बना ये जलमंदिर समेत अन्य सभी पर्यटक स्थल पर्यटको को अपने ओर आकर्षित करता है। स्थानीय दुकानदारों के चेहरों पर भी खुशी

पर्यटकों के आने से स्थानीय दुकानदारों के चेहरों पर भी खुशी साफ देखने को मिल रही है। जिनका कारोबार पर्यटकों पर निर्भर रहता है, उनके लिए साल की आखिर में पर्यटक सौगात लेकर आए हैं। पर्यटकों से गुलजार हुई पावापुरी में स्थानीय दुकानों पर भी रोनक है। दुकानदारों के सामान की बिक्री में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है। सफाई देख खुश हुए पर्यटक

पर्यटकों ने कहा कि पावापुरी अपने आप में एक साफ-सुथरा स्थल है। यह स्थल भीड़ भाड़ से दूर का शांत वातावरण लोगों को सुकून देने वाला है। आने वाले पर्यटकों को मानसिक शांति और आराम मिलता है। लगातार पर्यटकों के आने से होटल व अन्य पर्यटन कारोबारी के चेहरे पर रोनक लौटी है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।