Adani Group Cement Plant In Nawada बिहार के लोग अन्य प्रदेशों और देशों में रोजगार के लिए घर से दूर रहते हैं। वहीं राज्य में उद्योगों के अभाव के कारण लोग ऐसा करने को मजबूर हैं। ऐसे में नवादा जिले में अडानी ग्रुप सीमेंट प्लांट खोलने जा रहा है। जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने की संभावना बढ़ गई है। सीएम नीतीश कुमार 29 जुलाई को इसका भूमिपूजन करेंगे।
अशोक कुमार,
वारिसलीगंज। वारिसलीगंज में चीनी मिल की जमीन पर उद्योगपति अडानी समूह के द्वारा अंबुजा सीमेंट ग्रेडिंग यूनिट की स्थापना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 29 जुलाई को वारिसलीगंज पहुंचेंगे। यहां वे भूमिपूजन करेंगे।
इस संबंध में कंपनी के एजीएम प्रभात श्रीवास्तव ने कहा कि चीनी मिल की जमीन को बियाडा के माध्यम से अडानी समूह ने लेकर अंबुजा सीमेंट का ग्रेडिंग यूनिट का स्थापना करने जा रही है। इसके लिए बिहार राज्य के मुखिया नीतीश कुमार द्वारा 29 जुलाई 2024 को भूमि पूजन किया जाएगा।
उद्योग विहीन इस जिला में फैक्ट्री लगने की सूचना के बाद वारिसलीगंज समेत जिले के बेरोजगारों में खुशी देखी जा रही है।
बता दें कि वारिसलीगंज की बंद चीनी मिल की करीब 72 एकड़ जमीन को बियाडा ने अडानी ग्रुप ऑफ कंपनीज को उद्योग लगाने के लिए हस्तांतरित किया है। जिसपर अडानी समूह द्वारा अंबुजा सीमेंट का ग्राइंडिंग यूनिट लगाने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है।
क्षेत्र के युवाओं को मिलेगा रोजगार का अवसर
उक्त जमीन को अडानी समूह ने लेकर अनुमानित 1400 करोड़ की लागत से अंबुजा सीमेंट व बिल्डिंग मेटेरियल उत्पाद से जुड़ा उद्योग स्थापित करेगी।
इस कंपनी के माध्यम से 6.0 एमटीपीए का सीमेंट ग्राइन्डिंग यूनिट की स्थापित होगी। जिसमें प्रत्यक्ष रूप से करीब दो हज़ार तथा अप्रत्यक्ष रूप से लगभग पांच हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
उद्योग की स्थापना से नवादा समेत बिहारवासियों में एक उत्साह का संचार हो रहा है। क्योंकि बेरोजगार युवाओं में रोजगार मिलने की आस बन रही है।
अब तक इलाके में रोजगार नहीं मिलने से मजदूर से लेकर पढ़े-लिखे युवा दूसरे प्रदेशों में काम के लिए पलायन करने को मजबूर हो जाते हैं।
क्या कहते हैं क्षेत्र के लोग
-चीनी मिल की जमीन पर उद्योग लगाने के लिए अडानी ग्रुप का आना वारिसलीगंज ही नहीं नवादा जिले के लिए सौभाग्य की बात है। परंतु घनी आबादी में सीमेंट फैक्ट्री लगाना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अनुचित होगा।
- ललन कुमार, पूर्व पंसस मकनपुर।
वारिसलीगंज जैसे छोटे जगह पर अडानी समूह के द्वारा बड़ा निवेश की खबर से काफी प्रसन्नता हुई है। उक्त जमीन पर कोई कृषि उत्पादों से जुड़ा उधोग स्थापित होता तो ठीक रहता।
-राहुल कुमार, पंसस, चकवाय
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-वारिसलीगंज में 1400 करोड़ खर्च कर फैक्ट्री बनवाने की घोषणा से अत्यंत खुशी मिली है। लेकिन सीमेंट की जगह कोई दूसरा रोजगारपरक उद्योग लगता तो बेहतर होता।
- सनोज साव, जिला उपाध्यक्ष हम, बलबापर नप वारिसलीगंज।
वारिसलीगंज चीनी मिल की जगह अडानी ग्रुप की फैक्ट्री स्थापित होने की सूचना से प्रखण्ड के लोगों एवं बाजार के व्यवसाइयों में खुशी है। चिंता सिर्फ इस बात की है कि उक्त स्थान भौगोलिक दृष्टि से सीमेंट फैक्ट्री स्थापित करने लायक नहीं है।
- विनय सिंह, संचालक, राहुल एन्ड बाबुल ट्रेवेल्स, वारिसलीगंज।
प्रदूषण के संभावित खतरे को लेकर आसपास के लोग हैं चिंति-
वारिसलीगंज बाजार समेत आसपास के ग्रामीण इलाके के लोग संभावित प्रदूषण को लेकर खासे चिंतित है। लोगों का कहना है कि घनी आबादी के बीच सीमेंट फैक्ट्री संचालित होने से क्षेत्र में प्रदूषण बढ़ेगा। जिसका लोगो के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर होगा।
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