Bihar News: महिलाओं को प्रेगनेंट करने के नाम पर काला धंधा...13 लाख के झांसे में फंसे कई लोग, 8 गिरफ्तार
Bihar News बिहार में साइबर ठगी का नया तरीका जानकर पुलिस भी हैरान हो गई है। झांसे में आए लोग भी हैरान हैं। दरअसल नवादा के गुरमा गांव की एक बोरिंग घर से साइबर थाना पुलिस ने आठ साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर निसंतान दंपत्ति महिलाओं को प्रेग्नेंट करने को लेकर घोखाधड़ी करने का आरोप है।
जागरण संवाददाता, नवादा। जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गुरमा गांव की एक बोरिंग घर से साइबर थाना पुलिस ने आठ साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर नि:संतान दंपत्ति, महिलाओं को प्रेग्नेंट करने को लेकर घोखाधड़ी करने का आरोप है।
पुलिस कप्तान के निर्देश पर मुख्यालय डीएसपी सह साइबर थाना प्रभारी कल्याण आनन्द के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम का गठन कर मुफस्सिल थाना के गुरमा गांव स्थित ईंट के बने बोरिंग घर के पास छापेमारी की गई।
जिसमें मुफस्सिल थाना के गरमा गांव के शत्रुधन कुमार 20 वर्ष, राजेश कुमार 32 वर्ष, प्रभात कुमार 30 वर्ष, कविन्द्र प्रसाद कुमार 42 वर्ष, गोपाल दास 22 वर्ष, अनिल कुमार 24 वर्ष, अजय कुमार 24 वर्ष के साथ लक्ष्मण कुमार 19 वर्ष सहित आठ साइबर ठग को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से पुलिस ने मोबाइल फोन, प्रिंटर मशीन, सिम, डाटा एवं अन्य कागजात बरामद किया गया।
उक्त जानकारी मुख्यालय डीएसपी कल्याण आनंद साइबर थाना में प्रेसवार्ता कर जानकारी देते हुए कहा कि आल इंडिया प्रेग्नेंट जाब (बेबी बर्थ सर्विस) के नाम पर ये लोग भोले-भाले लोगों को मोबाइल फोन के द्वारा संपर्क कर बताता था कि जिन महिलाओं को बच्चे नहीं होते है उन महिलाओं को प्रेग्नेंट करना है और इसके बदले में आपको पैसे दिए जायेंगे।
अगर महिलाएं प्रेग्नेंट हो गई तो 13 लाख रुपया देने का झूठा वादा करते थे। अगर प्रेग्नेंट नहीं हुई तो पांच लाख रुपए देने का झूठा वादा किया जाता था। जब कोई इस काम के लिए तैयार हो जाता था तो उससे सबसे पहले रजिस्ट्रेशन के नाम पर 799 रुपया लिया जाता था फिर उससे सिक्यूरिटी फीस के नाम पर पांच हजार से लेकर बीस हजार तक ठगी कर ली जाती थी।
गिरफ्तार सभी आरोपितों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है। वहीं फरार साइबर बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।