हिसुआ में रोज लगता जाम, लोग रहते हैं परेशान
स्थानीय बाजार को जाम से मुक्ति नहीं मिल रही है। आए दिन जाम लगता है और उसमें फंसकर लोग कराहते हैं।
नवादा। स्थानीय बाजार को जाम से मुक्ति नहीं मिल रही है। आए दिन जाम लगता है और उसमें फंसकर लोग कराहते हैं। हिसुआ में जाम का सबसे बड़ा कारण कोलकत्ता बस पड़ाव व फुटपाथी दुकानदार हैं। नपं क्षेत्र में बस पड़ाव नहीं रहने से जहां-तहां वाहनों का ठहराव किया जाता है। प्राय: वाहन विश्व शांति चौक के आसपास से खुलती है। यानि विश्व शांति चौक के चारों दिशाओं में अस्थाई पड़ाव है। सड़क के किनारे ही वाहनों की पार्किंग और यात्रियों को चढ़ाने-उतारने का काम वाहन संचालक करते हैं। इस इलाके में ही एक छोटा सा पड़ाव है, जहां से कोलकाता और जमेशदपुर सहित अन्य स्थानों को जाने वाली वाहन खुलती है। आनाधिकृत वाहन पड़ाव होने से यात्रियों की भीड़ यहां लगी रहती है। ऐसे में सड़क पर जाम लगना स्वभाविक है। जानकार बताते हैं कि कोलकाता बस पड़ाव में दर्जन भर वाहन सुबह से लगी रहती है। इसके अलावा शेष बचे स्थान पर टिकट काउन्टर लगा रहता है। ऐसे में परेशानियां होती है। लंबी दूरी की वाहनों की पार्किंग दिन में अन्यत्र की जाए तो जाम की आधी समस्या से निजात मिल सकती है। बस पड़ाव खाली रहने पर गया, नवादा, राजगीर, रांची, सिरदला की ओर जाने वाली वाहनें निर्धारित पड़ाव से ही यात्री को चढ़ाने-उतारने का काम करेंगे। तब समस्या कम हो जाएगी। लेकिन प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है। यह हाल तब है जब शांति समिति की बैठकों में अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ठ कराया जाता है। लेकिन आजतक अमली जामा नहीं पहनाया जा सका है। दूसरी ओर फुटपाथी दुकानदार सड़क किनारे तक दुकान लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं। जो जाम की बड़ी समस्या है। बड़ी वाहनों की देखा-देखी छोटी वाहन भी सड़क किनारे ही खड़ी रहती है। ऑटो, रिक्शा, झरझरी आदि वाहनों के भी सड़क किनारे लगे रहने से यहां अक्सर जाम की समस्या उत्पन्न होती है। समाजसेवी मोहित कुमार ने इस समस्या का निदान करने की मांग स्थानीय अधिकारियों से की है।