Nawada: खेग्रामस ने गरीबों के लिए नया वास-आवास कानून बनाने की मांग की, विभिन्न मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
भूमिहीनों के लिए वास-आवास कानून बनाने समेत छ सूत्रीय मांगों को लेकर ये धरना-प्रदर्शन किया गया। इस दौरान खेग्रामस जिला सचिव अजीत मेहता ने आरोप लगाया कि प्रशासन जल-जीवन-हरियाली के नाम पर गरीबों के घरों पर बुलडोजर चलवाने में लगा है।
By mukeshp pandeyEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Thu, 27 Apr 2023 06:38 PM (IST)
जागरण संवाददाता,नवादा: अखिल भारतीय ग्रामीण मजदूर सभा, अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन व मनरेगा मजदूर सभा के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर महंगाई, बेराेजगारी समेत छ: सूत्रीय मांगों को लेकर सदर प्रखंड व अंचल कार्यालय पर गुरुवार को धरना-प्रदर्शन किया गया।
नारों से गूंजता रहा पैदल मार्च
इस दौरान इन संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता नगर के आंबेडकर पार्क से जुलूस निकालकर पैदल मार्च करते हुए प्रखंड कार्यालय पहुंचे। पैदल मार्च के दौरान "बुलडोजर राज नहीं चलेगा, सभी अनाधिकृत बस्तियों और भूमिहीनों के लिए मुकम्मल सर्वे के आधार पर नया वास-आवास कानून बनाओ" जैसे नारे लगते रहे। कार्यक्रम का नेतृत्व खेग्रामस जिला सचिव अजीत कुमार मेहता, ऐपवा जिला अध्यक्ष सुदामा देवी आदि ने संयुक्त रूप से किया।
केंद्र सरकार को उखाड़ फेंकने का किया आह्वान
उपरोक्त मांगों से संबंधित मांग पत्र अंचलाधिकारी को सौंपा गया। खेग्रामस जिला सचिव अजीत कुमार मेहता ने कहा कि आजादी के वक्त से बसे गरीब भूमिहीनों को प्रशासन पर्चा तक नहीं दे पाया, उल्टा जल-जीवन-हरियाली के नाम पर गरीबों के घरों पर बुलडोजर चलवाने में लगा है। इस प्रदर्शन में केंद्र सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया गया। मौके पर राजो चौधरी, सरस्वती देवी, बसंती देवी, संजु देवी, वीणा देवी, संपतिया देवी, अंबिका मांझी, सहदेव मांझी समेत सैकड़ों लोग शामिल थे।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।