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Bihar: उत्सुकता से निहारती रहीं आंखें, आसमान से बरसी यूरिया; ड्रोन से नैनो यूरिया के छिड़काव का हुआ सफल ट्रायल

Drone Sprinkled Nano Urea in Bihar नवादा के आदर्श ग्रीन गांव दोसुत में पहली बार किसानों के खेतों पर ड्रोन से नैनो यूरिया का छिड़काव किया गया। मात्र 20 मिनट में ही गेहूं के एक एकड़ खेत में ड्रोन से छिड़काव का काम पूरा हो गया।

By Jagran NewsEdited By: Ashish PandeyUpdated: Wed, 15 Feb 2023 05:17 PM (IST)
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नवादा के आदर्श ग्रीन गांव दोसुत के खेतों में ड्रोन से नैनो यूरिया का छिड़काव। फोटो- जागरण
संवाद सूत्र, (पकरीबरावा) नवादा: कृषि विज्ञान केंद्र कौआकोल नवादा की ओर से बुधवार को जिले के आदर्श ग्रीन गांव दोसुत में पहली बार किसानों के खेतों पर ड्रोन से नैनो यूरिया का छिड़काव का प्रदर्शन किया गया। मात्र 20 मिनट में ही गेहूं के एक एकड़ खेत में ड्रोन से छिड़काव का काम पूरा हो गया। इस अवसर पर किसानों से नैनो यूरिया और तकनीक के साथ खेती करने का आह्वान किया गया।

कृषि विज्ञान केंद्र नवादा के द्वारा विभाग की ओर से किसानों को नैनो यूरिया का प्रयोग कर खेती करने को जागरूक किया जा रहा है। नैनो यूरिया का ड्रोन से भी खेतों में छिड़काव किया जा सकता है। यह पहल कृषि मंत्रालय, भारत सरकार के भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के तत्वाधान में कृषि विज्ञान केंद्र नवादा की ओर से आयोजित की गई।

आदर्श ग्रीन गांव दोसुत में खेतों के ऊपर उड़ा ड्रोन

दोसुत गांव निवासी किसान उपेंद्र सिंह, पांडेय, सूरज, मारुति आदि ने खेतों में ड्रोन से नैनो यूरिया का छिड़काव कराया। ड्रोन की मदद से केवल दस लीटर पानी से ही एक बीघे के खेत में छिड़काव हो गया और इसमें पांच मिनट भी नहीं लगे। दोसुत निवासी किसान रामरूप रविदास और गिरजा शंकर के खेतों पर भी छिड़काव किया गया। ड्रोन से छिड़काव होता देखकर किसानों की भीड़ लग गई और किसानों ने इस विधि को खूब सराहा।

इस मौके पर मौजूद किसानों की आंखें उत्सुकता से ऊपर निहारती रहीं और जब आसमान से यूरिया सीधे फसलों पर बरसी तो किसान बेहद खुश हुए। किसानों को ड्रोन से नैनो यूरिया खाद के छिड़काव का सफल ट्रायल दिखा कर वैज्ञानिकों ने उपस्थित किसानों को प्रेरित किया और समाजसेवियों ने भी किसानों से अपील की।

खेतों में ड्रोन से हुआ नैनो यूरिया का छिड़काव

इस दौरान, कृषि विज्ञान केंद्र ग्राम निर्माण मंडल कौआकोल नवादा से विषय वस्तु विशेषज्ञ (शस्य) रविकांत चौबे ने बताया कि इस विधि से किसानों को कम लागत पर अधिक लाभ होगा। समाजसेवी डा. अजय सिंह ने बताया कि नैनो यूरिया का फसलों पर सीधे इस्तेमाल ज्यादा कारगर होता है। इससे यूरिया का लाभ सीधे पौधे को मिलता है।

कृषि समन्वयक मदन मोहन कुमार ने बताया कि किसान एफपीओ बनाकर ड्रोन ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि नैनो यूरिया का प्रयोग आसान और बेहद किफायती है। ऑपरेटर उत्सव वैभव और अश्विन मिश्रा ने ड्रोन उड़ाया और खेतों पर नैनो यूरिया का छिड़काव किया। इस मौके पर कृषि समन्वयक मदन मोहन कुमार, किसान चिंकू, रामाशीष आदि अन्य कई किसान मौजूद रहे।

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