Bihar Sipahi Bharti: सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक के इस जिले में सबसे ज्यादा मामले दर्ज, हरियाणा कनेक्शन मिला
Bihar Sipahi Bharti बिहार पुलिस में सिपाही भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक होने के सबसे ज्यादा मामले सारण जिले में दर्ज हुए हैं। इनका हरियाणा से कनेक्शन भी सामने आया है। ऐसे में पुलिस हर एक बिंदु पर जांच को आगे बढ़ा रही है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 148 लोगों को गिरफ्तार कर कई साक्ष्य जुटाए हैं।
By Jagran NewsEdited By: Yogesh SahuUpdated: Wed, 04 Oct 2023 11:51 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार पुलिस में सिपाही भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में जांच आगे बढ़ने के साथ कई तथ्य सामने आ रहे हैं। बिहार पुलिस ने मंगलवार को इसका खुलासा किया है। इसमें सबसे अहम है पुलिस को पैसे के लेन-देन के सबूत मिलना। पुलिस इस मामले में ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां भी की हैं।
एडीजी नैय्यर हसनैन खान ने मंगलवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए कई बातों का खुलासा किया है। उन्होंने बताया था कि एसआईटी की जांच में परीक्षा में गड़बड़ी के साथ ही वित्तीय लेन-देन के साक्ष्य मिले हैं।
पुलिस को कौन से साक्ष्य मिले
- एडीजी के अनुसार, अभ्यर्थियों ने यूपीआई के माध्यम से पैसों का लेन-देन किया है। पैसे कहां और किन लोगों तक गए, इसकी जांच जारी है।
- अभी तक इस मामले में राज्य के 21 जिलों में 67 केस दर्ज हुए हैं। इनमें 148 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सबसे अधिक कांड सारण जिले के छपरा में दर्ज किए गए हैं।
- बड़ी संख्या में ब्लूटूथ, वॉकी-टॉकी, मोबाइल व अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण भी मिले हैं, जिनकी जांच की रही है।
21 हजार से ज्यादा पदों पर होनी थी भर्ती
बिहार पुलिस में 21 हजार से अधिक पदों के लिए रविवार को ली गई सिपाही भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक हुआ था।सिपाही भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) नैय्यर हसनैन खान ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में इसकी जानकारी दी।एडीजी खान ने बताया कि अब तक की जांच में इसके पूरे साक्ष्य मिले हैं कि परीक्षा शुरू होने से पहले प्रश्नपत्र और आंसर-की बाहर आ गए थे।
नवादा और पटना में जो साक्ष्य मिले हैं, उसके अनुसार डेढ़ से दो घंटे पहले ही अभ्यर्थियों को आंसर-की मिल गया था। जब आंसर-की दो घंटे पहले मिला है, तो निश्चित ही प्रश्न-पत्र और पहले आ गए होंगे।
यह प्रश्नपत्र सबसे पहले कहां से लीक हुआ, किसने लीक किया, इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं, इन सारे बिंदुओं की जांच ईओयू ने शुरू कर दी है।इसमें जो भी दोषी होंगे, चाहे वह सरकारी अधिकारी हो या निजी, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।सिपाही भर्ती पर्षद भी क्या जांच के दायरे में हैं, इस पर एडीजी ने कहा कि साक्ष्य के आधार पर जो भी दोषी होंगे, उनपर कार्रवाई होगी।
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