साइबर कैफे की गलती से परेशान हुए NEET परीक्षार्थी, पटना के बदले पहुंच गए पाटन
साइबर कैफे की लापरवाही के कारण रविवार को बिहार के करीब 150 नीट परीक्षार्थी पटना के बदले पाटन पहुंच गए। वहां उन्होंने परीक्षा दी। क्या है मामला, जानिए इस खबर में।
By Amit AlokEdited By: Updated: Sun, 06 May 2018 11:44 PM (IST)
style="text-align: justify;">पटना [जेएनएन]। एक छोटी सी गलती की वजह से बिहार के सैकड़ों परीक्षार्थी पटना की जगह 1500 किलोमीटर दूर पाटन परीक्षा देने को मजबूर हुए। रविवार को हुई मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) 2018 के लिए इन परीक्षार्थियों को बिहार से गुजरात के पाटन जाना पड़ा।
पटना की जगह ऑप्शन में भर दिया गया पाटन
ऑनलाइन आवेदन करते समय साइबर कैफे संचालकों ने गलती की। उन्होंने सैकड़ों परीक्षार्थियों के सेंटर ऑप्शन में पटना के बदले पाटन पर क्लिक कर दिया। इस कारण हॉल टिकट पर पाटन प्रिंट हो गया।
पटना के अभिषेक कुमार ने बताया कि उसके भाई का केंद्र परीक्षा केंद्र बदलने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) को ई-मेल भी किया गया था, लेकिन सीबीएसई अधिकारियों ने केंद्र नहीं बदलने की जानकारी दी। अभ्यर्थी राकेश कुमार के अनुसार सीबीएसई ने केंद्र बदलने से इन्कार कर दिया तो मजबूरी में 1500 किलोमीटर की दूर तय कर परीक्षा देने के लिए पाटन आना पड़ा।
इस संबंध में पटना में सीबीएसई के जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया कि प्रवेश पत्र में दर्ज केंद्र पर ही अभ्यर्थी को परीक्षा देनी है। कुछ अभ्यर्थी केंद्र बदलने के लिए आवेदन दिए थे, जिसे बोर्ड ने पूर्व में ही सर्कुलर जारी कर स्पष्ट कर दिया था।
बिहार में 47 केंद्रों पर 35,661 परीक्षार्थी
रविवार को बिहार सहित पूरे देश में मेडिकल में प्रवेश के लिए नीट का आयोजन किया गया। बिहार में 47 केंद्रों पर 35,661 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए।
ये रहा परीक्षा का ड्रेस कोड
केंद्र पर किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, मोबाइल आदि ले जाने की भी मनाही रही। ब्लूटूथ डिवाइस पर नजर रखने के लिए केंद्रों पर टॉर्च की व्यवस्था की गई। नीट के लिए सीबीएसई ने ड्रेस कोड जारी किया था। छात्रों के लिए हल्के रंग के कपड़े जैसे जींस, पैंट, छोटे बटन या आधा बाजू वाली कमीज, चप्पल या सैंडल निर्धारित थी। पूरे बाजू की कमीज, घड़ी, कुर्ता, पायजामा तथा जूते को पहनने पर रोक रहेगी। छात्राओं को बुर्का, साड़ी, हेयर क्लिप, रिंग, चेन, चूडिय़ां, नेकलेस आदि पहनकर नहीं आने देने की सलाह दी गई थी। हालांकि शादीशुदा छात्राएं चूड़ी और मंगलसूत्र पहनने की अनुमति दी गई।
पटना की जगह ऑप्शन में भर दिया गया पाटन
ऑनलाइन आवेदन करते समय साइबर कैफे संचालकों ने गलती की। उन्होंने सैकड़ों परीक्षार्थियों के सेंटर ऑप्शन में पटना के बदले पाटन पर क्लिक कर दिया। इस कारण हॉल टिकट पर पाटन प्रिंट हो गया।
पटना के अभिषेक कुमार ने बताया कि उसके भाई का केंद्र परीक्षा केंद्र बदलने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) को ई-मेल भी किया गया था, लेकिन सीबीएसई अधिकारियों ने केंद्र नहीं बदलने की जानकारी दी। अभ्यर्थी राकेश कुमार के अनुसार सीबीएसई ने केंद्र बदलने से इन्कार कर दिया तो मजबूरी में 1500 किलोमीटर की दूर तय कर परीक्षा देने के लिए पाटन आना पड़ा।
इस संबंध में पटना में सीबीएसई के जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया कि प्रवेश पत्र में दर्ज केंद्र पर ही अभ्यर्थी को परीक्षा देनी है। कुछ अभ्यर्थी केंद्र बदलने के लिए आवेदन दिए थे, जिसे बोर्ड ने पूर्व में ही सर्कुलर जारी कर स्पष्ट कर दिया था।
बिहार में 47 केंद्रों पर 35,661 परीक्षार्थी
रविवार को बिहार सहित पूरे देश में मेडिकल में प्रवेश के लिए नीट का आयोजन किया गया। बिहार में 47 केंद्रों पर 35,661 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए।
ये रहा परीक्षा का ड्रेस कोड
केंद्र पर किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, मोबाइल आदि ले जाने की भी मनाही रही। ब्लूटूथ डिवाइस पर नजर रखने के लिए केंद्रों पर टॉर्च की व्यवस्था की गई। नीट के लिए सीबीएसई ने ड्रेस कोड जारी किया था। छात्रों के लिए हल्के रंग के कपड़े जैसे जींस, पैंट, छोटे बटन या आधा बाजू वाली कमीज, चप्पल या सैंडल निर्धारित थी। पूरे बाजू की कमीज, घड़ी, कुर्ता, पायजामा तथा जूते को पहनने पर रोक रहेगी। छात्राओं को बुर्का, साड़ी, हेयर क्लिप, रिंग, चेन, चूडिय़ां, नेकलेस आदि पहनकर नहीं आने देने की सलाह दी गई थी। हालांकि शादीशुदा छात्राएं चूड़ी और मंगलसूत्र पहनने की अनुमति दी गई।
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