PM Shri Yojana: बिहार के 17046 स्कूलों की बदल जाएगी तस्वीर, हाईटेक सुविधाओं के साथ होगी स्मार्ट पढ़ाई
बिहार के 17046 सरकारी स्कूलों की कायाकल्प करने की तैयारी है। इन सरकारी स्कूलों को पीएमश्री योजना के तहत विकसित किया जाएगा। स्कूलों को पीएमश्री का दर्जा देने की कवायद शुरू हो गई है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को पत्र लिखकर निर्देशित किया है कि चिन्हित स्कूलों को इस जोड़ने के लिए आवेदन करना सुनिश्चित करें।
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार के 17046 सरकारी स्कूलों को पीएमश्री का दर्जा देने के लिए चिन्हित किया गया है।
जिला शिक्षा कार्यालय के अनुसार, पटना जिले के 581 स्कूलों को भी पीएमश्री योजना के तहत विकसित किया जाना है। सरकारी स्कूलों को पीएमश्री का दर्जा देने की कवायद शुरू हो गई है।
बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक बी कार्तिकेय धनजी ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (माध्यमिक) और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (समग्र शिक्षा) को पत्र लिखकर निर्देशित किया है कि चिन्हित स्कूलों को इस जोड़ने के लिए आवेदन करना सुनिश्चित करें।
आवेदन की अंतिम तारीख 31 जुलाई
आवेदन करने की अंतिम तारीख 31 जुलाई है। आवेदन के बाद एक से सात अगस्त तक प्राप्त आवेदन की जांच होगी। आठ से 12 अगस्त तक राज्य स्तर पर जांच किए आवेदन की अनुमति दी जाएगी और 20 अगस्त चयनित स्कूलों की सूची जारी की जाएगी।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सह नोडल पदाधिकारी अपने मोबाइल नंबर से पीएमश्री के पोर्टल पर http://pmshrischool.education.gov.in पर लॉग-इन कर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन का सत्यापन जिला स्तर पर किया जाएगा।
क्या है पीएम श्री योजना?
बता दें कि पीएमश्री योजना के तहत हर ब्लॉक के एक प्राथमिक और एक उच्च प्राथमिक स्कूल के साथ हर जिले के एक सीनियर सेकेंडरी सरकारी स्कूल को अपग्रेड किया जाएगा।
प्रत्येक स्कूल को दो-दो करोड़ रुपये भी दिए जाएंगे, जिससे उन्हें इंफ्रास्ट्रक्चर और छात्रों से जुड़ी सुविधाओं बेहतर किया जा सके और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा सके। इसके तहत 1.20 करोड़ रुपए केंद्र को और 80 लाख रुपए राज्य को देना है।
जेईई की तैयारी करने वालों के लिए मॉक टेस्ट दो को
बिहार के सरकारी स्कूलों में विज्ञान संकाय के कक्षा 11 वीं और 12 वीं में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की सुविधा के लिए शिक्षा विभाग द्वारा प्रत्येक माह मॉक टेस्ट का आयोजन किया जाता है। इसमें वही विद्यार्थी शामिल होते हैं, जो जेईई जैसे प्रतियोगिता की परीक्षा की तैयारी करते हैं।
इस बार मॉक टेस्ट दो अगस्त को ऑनलाइन आयोजित होगी। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने इसकी शुरूआत जून माह से की थी।
विभाग की ओर से फिलहाल, नीट और जेईई की परीक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए मॉक टेस्ट आयोजित कराई जा रही है। यह मॉक टेस्ट वहीं उसी स्कूल में कराया जाता है, जहां आइसीटी लैब मौजूद है।
दो अगस्त को होने वाले माक टेस्ट की पहली पाली सुबह नौ से 11 बजे, दूसरी पाली 11.30 से दोपहर 1.30 बजे और तीसरी पाली दोपहर दो से शाम चार बजे तक आयोजित की जाएगी।
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