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पटना आ रही फ्लाइट में महिला को हार्ट अटैक, जानिए फिर कैसे बची जान

महिला को हार्ट अटैक होने की संभावना पर अन्य यात्रियों से मांगकर जुटाई दवाएं इमरजेंसी लैंडिंग के बाद मरीज को पारस ले जाकर कराया भर्ती। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने डा. अभिषेक कुमार सिन्हा को प्रशस्ति पत्र दे किया सम्मानित।

By Pawan MishraEdited By: Vyas ChandraUpdated: Sat, 26 Nov 2022 07:32 AM (IST)
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फ्लाइट में डाक्‍टर ने बचाई महिला की जान। सांकेतिक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। किसी को हार्ट अटैक आ जाए तो उसकी जान सांसत में पड़ जाती है। मामला जब आकाश की ऊंचाई का हो तो फिर जान बचने की उम्मीद न के बराबर होती है। लेकिन यदि आसपास धरती के भगवान कहे जाने वाले डाक्‍टर हों तो फिर क्‍या कहना। कुछ ऐसा ही हुआ दिल्‍ली से पटना आ रही इंडिगो की फ्लाइट में। 

गंभीर हालत में थी महिला, डाक्‍टर के लिए भी थी चुनौती

19 नवंबर को दिल्ली से पटना आ रही इंडिगो की फ्लाइट (6E695) के यात्रियों ने ऐसे ही धरती के एक भगवान को देखा। डाक्टर ने अनाउंसमेंट के बाद फ्लाइट में मौजूद एनेस्थेटिस्ट की मदद से न केवल रोगी को स्लाइन चढ़ाया बल्कि अन्य यात्रियों के पास उपलब्ध दवाएं मंगाकर बेहोश महिला के प्राणों की रक्षा भी की। अंजान यात्री के लिए आगे बढ़कर उत्कृष्ट चिकित्सकीय कौशल व मानवीय व्यवहार का प्रदर्शन करने वाले ये डाक्टर हैं राज्य स्वास्थ्य समिति में हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथनिंग के नोडल पदाधिकारी डा. अभिषेक कुमार सिन्हा। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत तक जब ये चर्चा पहुंची तो उन्होंने शुक्रवार को राज्यस्तरीय समीक्षा बैठक में न केवल उनकी प्रशंसा की बल्कि प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया।

दिल्‍ली से लौट रहे थे डा. अभिषेक

18-19 नवंबर को दिल्ली में इंडियन पब्लिक हेल्थ स्टैंडर्ड 2022 की कार्यशाला थी। राज्य स्वास्थ्य समिति के डा. अभिषेक कुमार सिन्हा, उप सचिव राजेश कुमार, राज्य कार्यक्रम प्रबंधक अविनाश पांडेय व क्वालिटी कंसलटेंट अभिमन्यु के साथ इंडिगो की फ्लाट से पटना लौट रहे थे। उड़ान के कुछ ही देर बाद अनाउंसमेंट हुई कि एक महिला बेहोश हो गई हैं। संवेदनशीलता दिखाते हुए डा. अभिषेक तुरंत पहुंचे और जांच में पाया कि पल्स नहीं मिल रही है। उनके स्वजन ने बताया कि शुगर होने की बात कहते हुए सुबह से उन्‍होंने कुछ नहीं खाया है। तब तुरंत चीनी-पानी का घोल पिलाने को कहा और आक्सीजन लगाई। इस बीच मरीज को चलने वाली दवा का नाम पूछने पर पता चला कि वे शुगर नहीं बीपी की रोगी हैं।

दवा का नाम पूछने के बाद चौंक गए डाक्‍टर

इसके बाद हार्ट अटैक या ब्रेन स्ट्रोक की आशंका को देखते हुए तुरंत स्लाइन चढ़ाने और एस्पिरिन व स्टैटिन दवा की जरूरत महसूस हुई। फ्लाइट में आइवी सेट व स्लाइन वाटर, एड्रेलिन इंजेक्शन व एस्पिरिन उपलब्ध थी। स्टैटिन के लिए फिर अनाउंस कराया गया तो एक यात्री के पास मिल गईं। इस बीच मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा के एक एनेस्थेटिस्ट भी फ्लाइट में थे उन्होंने तुरंत आइवी लगा दिया। एड्रेलिन इंजेक्शन देने के बाद महिला को होश आ गया। लेकिन महिला को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराने के लिए इमरजेंसी लैंडिंग के लिए कहा गया। निर्धारित समय से 25 मिनट पहले फ्लाइट पटना पहुंची और डा. अभिषेक ने खुद जाकर उन्हें पारस एचएमआरआइ में भर्ती कराया। जांच में पता चला कि महिला को गंभीर हृदयाघात हुआ था। स्थिति में सुधार के बाद स्वजन महिला को जयप्रभा मेदांता ले गए, जहां अब महिला पूरी तरह स्वस्थ हैं।

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