Patna News: स्कूली बच्चों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य, नवंबर-दिसंबर तक बनाने के निर्देश जारी
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. एस. सिद्धार्थ ने शिक्षा की बात हर शनिवार कार्यक्रम में कहा कि स्कूल में पढ़ने वाले सभी बच्चों के लिए आधार कार्ड का होना अनिवार्य है। इसके साथ ही इस साल के अंत तक सभी बच्चों के आधार कार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही जन्म प्रमाण पत्र बनाने के कार्य में भी तेजी लाई जाएगी।
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सभी स्कूली बच्चों के लिए आधार कार्ड बनाना अनिवार्य हो गया है। शिक्षा विभाग ने नंवबर-दिसंबर तक सभी बच्चों के आधार कार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही जिलाधिकारियों को छूटे हुए स्कूली बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र बनवाने में तेजी लाने को कहा गया है।
आधार कार्ड अनिवार्य
स्कूल में प्रवेश लेने वाले सभी बच्चों के लिए आधार कार्ड का होना अनिवार्य है। इसके लिए जरूरी है कि जिन बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र नहीं हैं, उनके जन्म प्रमाण पत्र भी बनें। बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र जल्दी बने, इसके बारे में शिक्षा विभाग की ओर से सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है।
शिक्षा की बात-हर शनिवार कार्यक्रम में बोले अपर मुख्य सचिव
शिक्षा की बात-हर शनिवार लाइव कार्यक्रम में रूबरू होने के दौरान शनिवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. एस. सिद्धार्थ ने इसकी जानकारी दी कि नंवबर-दिसंबर तक सभी स्कूली बच्चों के आधार कार्ड बन जाने चाहिए। होमवर्क व डायरी की जांच और अभिभावकों को जानकारी देना आवश्यक है।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि कक्षाओं में बच्चों को जो होमवर्क दिया जाता है, उसकी जांच शिक्षक द्वारा होनी चाहिए। बच्चों की डायरी की भी जांच होनी चाहिए कि उसमें जो सुझाव दिए गए उसे बच्चे के अभिभावक ने देखा या नहीं। अभिभावकों की बैठक में भी बच्चों के होमवर्क और डायरी के बारे में जानकारी देनी चाहिए। यह बच्चों की पढ़ाई में गुणात्मक सुधार के लिए भी जरूरी है।
प्रधानाध्यापक तय करेंगें कि विद्यालय में संगीत कक्षा कब और किस दिन हो
अपर मुख्य सचिव ने एक संगीत शिक्षक के सवाल पर कहा कि प्रत्येक विद्यालय में संगीत की कक्षा लगनी चाहिए। इससे बच्चों के व्यक्तित्व का भी विकास होता है। यह प्रधानाध्यापकों को तय करना चाहिए कि विद्यालय में सप्ताह के कौन-सा दिन और किस समय संगीत कक्षा संचालित हो। जिस विद्यालय में संगीत शिक्षक नहीं हैं तो वहां स्थानीय स्तर पर संगीत शिक्षक की व्यवस्था कर कक्षाएं संचालित करा सकते हैं।
अपर मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि बच्चों के पास प्रत्येक विषय के लिए एक-एक कॉपी होनी चाहिए। अगले साल से शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों को दिए जाने वाले किट में प्रत्येक विषय का स्टीकर लगाकर कापियां दी जाएंगी। अभिभावकों को भी चाहिए कि बच्चों को मिलने वाली छात्रवृत्ति की राशि से बच्चों को कॉपियां उपलब्ध कराएं।ये भी पढ़ेंBihar Weather: बिहार में बदलते मौसम का सिलसिला बरकरार, छठ में बढ़ा प्रदूषण; लोग हो रहे बीमार
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