Move to Jagran APP

बिहार के कृषि मंत्री रखते हैं 500 रुपये वाला मोबाइल, राजद कोटे से मिला था पद, इंजीनियरिंग की ले चुके डिग्री

सर्वजीत राजद के विधायक और उसी कोटे से नीतीश कैबिनेट में कृषि मंत्री हैं। कृषि विभाग की सभी सुविधाएं एप पर आधारित हैं। किसान सम्मान से लेकर खाद-बीज तक का अनुदान कृषि विभाग के एप पर आवेदन करने पर ही मिलता है।

By Arun AsheshEdited By: Yogesh SahuUpdated: Fri, 31 Mar 2023 09:47 PM (IST)
Hero Image
बिहार: कृषि मंत्री रखते हैं 500 रुपये वाला मोबाइल, राजद कोटे से मिला था पद, इंजीनियरिंग की ले चुके डिग्री
राज्य ब्यूरो, पटना। आधुनिक तकनीक का उपहास करने के लिए कभी राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पूछते थे- ये आइटी-वाइटी क्या है?

वहीं, लालू प्रसाद अब वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक और सभा संबोधित करते हैं। लेकिन, अपेक्षाकृत युवा कुमार सर्वजीत पांच सौ रुपये वाला मोबाइल फोन रखते हैं।

व्हाट्सएप, ईमेल, फेसबुक आदि के लिए किसी एप का उपयोग नहीं करते हैं। सर्वजीत राजद के विधायक और उसी कोटे से नीतीश कैबिनेट में कृषि मंत्री हैं।

कृषि विभाग की सभी सुविधाएं एप पर आधारित हैं। किसान सम्मान से लेकर खाद-बीज तक का अनुदान कृषि विभाग के एप पर आवेदन करने पर ही मिलता है।

सामान्य किसानों से सरकार अपेक्षा करती है कि वे आधुनिक मोबाइल फोन का उपयोग करें। सर्वजीत ने शुक्रवार को स्वयं यह जानकारी विधानसभा में दी।

वे स्वास्थ्य विभाग से जुड़े एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। स्वास्थ्य विभाग उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पास है। सर्वजीत उनके बदले में जवाब दे रहे थे।

भाजपा के संजय सरावगी ने कहा कि वह कोरोना से जुड़े एक मामले की जानकारी देना चाहते हैं। सर्वजीत ने तुरंत कहा- हां, आप मोबाइल पर जानकारी नहीं देंगे।

हार्ड कापी भेजेंगे, क्योंकि हमारे पास पांच सौ रुपया वाला मोबाइल है। हम इसी को चलाना जानते हैं। मंत्री की इस जानकारी को सदन ने मौन रह कर ग्रहण किया।

इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं राजद नेता

विधानसभा चुनाव के समय दिए गए शपथ पत्र के अनुसार सर्वजीत के जन्म का वर्ष 1975 में हुआ। यानी वह अभी 48 साल के हैं।

पढ़ाई लिखाई का विवरण यह है कि उन्होंने रांची स्थित बिरला इंस्टीटयूट आफ टेक्नोलाजी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है।

उन्हें 2001 में बीई की डिग्री मिली है। कृषि विभाग की ओर से उन्हें एंड्रायड मोबाइल सेट उपलब्ध कराया गया है।

इस पर सरकार के खजाने से 40 हजार रुपये खर्च किए गए हैं।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।