दीवाली के बाद हवा अब धीरे-धीरे खतरनाक होती जा रही है। सोमवार को पटना का एक्यूआई 385 पहुंच गया है। वहीं मुजफ्फरपुर इस मामले में थोड़ा ही पीछे रहा। मुजफ्फरपुर के बुद्धा कॉलोनी में एक्यूआई 338 तक पहुंच गया। बता दें कि अब तक ठंड की शुरुआत नहीं हुई है। इससे पहले इस तरह का एक्यूआई सही संकेत नहीं है।
डिजिटल डेस्क, पटना। Air Pollution In Bihar दीवाली के बाद बिहार की हवा लगातार खतरनाक होती जा रही है। शुक्रवार को पटना, हाजीपुर और मुजफ्फरपुर में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया।
पटना सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा, जहां वायु प्रदूषण 385 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। वहीं, मुजफ्फरपुर की बात करें तो यहां के बुद्धा कॉलोनी में वायु प्रदूषण का एक्यूआई 338 तक पहुंच गया है।
राज्य के प्रमुख शहर : प्रदूषण की स्थिति (एक्यूआई में)
छपरा : 220बिहारशरीफ : 177समस्तीपुर : 230
आरा : 74मुंगेर : 216सिवान : 233मोतिहारी : 137गया : 218पूर्णिया : 249हाजीपुर : 307औरंगाबाद : 116बेगूसराय : 248भागलपुर : 284बक्सर: 184अररिया : 294
बच्चों को लेकर डॉक्टरों की सलाह
इस बीच, शिशु रोग विभाग के डॉक्टरों की सलाह है कि वातावरण में वायु प्रदूषण की समस्या गंभीर होने पर बच्चों में सर्दी-खांसी एवं एलर्जी की समस्या काफी गंभीर हो सकती है।ऐसे में जरूरी है कि बच्चों को प्रदूषण वाले इलाके में न ले जाएं। अगर उस इलाके में जाना अनिवार्य हो तो बच्चों को कम से कम समय रखें। इसके अलावा, बच्चों में सर्दी-जुकाम की समस्या ज्यादा होने पर चिकित्सकों की सलाह लें।
भागलपुर शहर में थोड़ी दूर पर बदल रही हवा
भागलपुर शहर में थोड़ी दूर पर ही हवा का प्रदूषण लेवल बदल जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को डीएम कार्यालय कचहरी चौक के पास हवा का प्रदूषण लेवल 101 एक्यूआइ रहा जबकि वहां से थोड़ी दूर मायागंज अस्पताल एरिया में हवा का प्रदूषण लेवल 212 एक्यूआई रहा।कम खराब हवा में जहां सांस डीएम कार्यालय ले रहा है वहीं अस्पताल के रोगियों को ज्यादा खराब हवा लेनी पड़ रही है। पिछले एक सप्ताह से शहर की हवा थी गुणवत्ता पूर्ण पिछले एक सप्ताह से शहर की हवा गुणवत्ता पूर्ण थी। सोमवार से अचानक इसमें बदलाव हो गया है।
रविवार को शहर में हवा के प्रदूषण का पैमाना 61 एक्यूआई था। सोमवार को अचानक 182 एक्यूआइ हो गया और आज मंगल वार को 212 एक्यूआई है। हवा की गुणवत्ता मापने वाला इंडियन नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स(एक्यूआइ) के अनुसार 50 एक्यूआइ सबसे बेहतर हवा की गुणवत्ता मानी जाती है।एक सौ तक अच्दी, दो सौ तक सामान्य, तीन सौ तक खराब, चार सौ तक बहुत खराब और उससे ऊपर डेंजर जोन माना जाता है। अभी भागलपुर शहर की हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है जो स्वास्थ के लिए हानिकारक है।
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