Sharda Sinha Death: शारदा सिन्हा के निधन से संगीत के एक युग का अंत, अश्विनी चौबे समेत कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया
Sharda Sinha Death News बिहार कोकिला के नाम से मशहूर लोकप्रिय लोक गायिका शारदा सिन्हा का मंगलवार को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। बिहार की समृद्ध लोक परंपराओं को उसकी सीमाओं से परे ले जाने और लोकप्रिय बनाने वाली सिन्हा का अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली में मल्टीपल मायलोमा (रक्त कैंसर) का इलाज चल रहा था।
जागरण संवाददाता, पटना। सुप्रसिद्ध लोक गायिका 72 वर्षीय शारदा सिन्हा ने दिल्ली एम्स में अपनी आखिरी सांस ली। इस खबर ने देशभर में उनके शुभचिंतकों को झकझोर कर रख दिया। शारदा सिन्हा के गाये छठ गीत अभी हर तरफ बज रहे हैं और इस महापर्व के बीच में उनकी निधन की खबर से प्रशंसकों में मायूसी छायी है। पीएम मोदी समेत देश के बड़े नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।
जदयू अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव प्रशांत भवेश कुमार कन्हैया ने अपनी गहरी दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि स्वर कोकिला शारदा सिन्हा के निधन का समाचार अत्यंत हृदय विदारक है। उन्होंने अपनी मधुर आवाज और लोक संगीत के माध्यम से न केवल बिहार बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया। उनके गीतों में जो आत्मीयता और संस्कृति की झलक मिलती थी, वह अमूल्य थी।
उनके बिना संगीत जगत में एक अपूरणीय रिक्तता उत्पन्न हो गई है। उनके जाने से बिहार की लोक संस्कृति ने अपना एक अनमोल रत्न खो दिया है। उनके निधन पर भाजपा के नेता मुकेश राणा, आलोक सिंह, चंपा देवी, प्रियांशु कुमार, मुस्कान आदि ने गहरा दुख व्यक्त किया। इस मौके पर इनके निधन पर कहा कि अंगिका एवं छठ गीत की अपनी छाप छोड़ गई।
शोक संवेदना व्यक्त
पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने स्वर कोकिला पद्मभूषण शारदा सिन्हा के लंबे समय से चल रहे इलाज उपरांत उनके निधन पर गहरी शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित किया है। उनके साथ ही भाजपा के पूर्व प्रत्याशी रहे डॉ. अर्जित शाश्वत चौबे ने भी शारदा सिन्हा की मृत्यु होने पर शोक संवेदना व्यक्त किया है।
शारदा अब बौकुंठवासी
अश्विनि चौबे ने कहा की शारदा जी से पिछले 40 वर्षों का मेरा पारिवारिक संबंध रहा और एक पारिवारिक व्यक्ति के चले जाने का अपार कष्ट मुझे है। साथ ही बिहार सहित देशवासियों के लिए यह काफी दुःख का विषय है कि बिहार की आन, बान और शान अब बौकुंठवासी हो गई हैं। उनका जाना एक युग के अंत जैसा प्रतीत हो रहा है। पिछले पांच दशकों से लोक गीत का अलख संपूर्ण विश्व में जगाने वाली साक्षात सरस्वती स्वरूपा अब हमसे विदा हो गई।बाबा केदार ने बुलाया अपनी शरण
चौबे ने कहा कि उनका इन्फेक्शन बढ़ जाने के कारण थोड़ी कठिनाई बढ़ी थी और उन्हें ऐम्स दिल्ली में वेंटीलेटर पर डालना पड़ा था। मैं लगातार उनके मुख्य चिकित्सकों एवं निदेशक एम्स दिल्ली से संपर्क में था और शारदा जी के पुत्र अंशुमान से भी जरूरी बिंदुओं पर बात हो रही थी। बाबा केदारनाथ ने शारदा जी को इस शारीरिक कष्ट से निजात दिलाकर अपने पास बुला लिया है।
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