नेपाल से भारत लाया जा रहा था परमाणु बम बनाने वाला सामान; सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट, सीमा पर बढ़ी चौकसी
नेपाल से भारत लाए जा रहे दो किलो यूरेनियम के मिलने से हड़कम्प मच गया है। यूरेनियम से परमाणु बम बनाए जा सकते हैं। इसके बाद दोनों देशों में जांच जारी है। इस बीच बिहार से सटी नेपाल सीमा पर अलर्ट है।
By Amit AlokEdited By: Updated: Sun, 24 Jul 2022 04:19 PM (IST)
पटना, आनलाइन डेस्क। नेपाल की राजधानी काठमांडू के रास्ते भारत लाई जा रही दो किलो यूरेनियम की खेप को नेपाल पुलिस ने बिहार के अररिया से सटी नेपाल सीमा से पहले पकड़ा। नेपाल पुलिस ने यूरेनियम के साथ 15 तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। प्ररंभिक पूछताछ में यह बात सामने आई है कि इस यूरेनियम का विस्फोटक निर्माण में इस्तेमाल किया जाना था। यूरेनियम एक रेडियोएक्टिव पदार्थ है, जिसका इस्तेमाल परमाणु बम बनाने में भी होता है। तस्कर इसकी खेप के साथ बिहार के अररिया जिले की जोगबनी सीमा से भारत में घुसने वाले थे। इस मामले के सामने आने के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियां और सीमा पर तैनात एसएसबी अलर्ट मोड में हैं। भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इसके पहले पिछले साल जून में पड़ोसी राज्य झारखंड में तस्करी से ले जाया गया सात किलो यूरेनियम मिला था।
नेपाल में दो किलो यूरेनियम के साथ 15 गिरफ्तारनेपाल पुलिस ने विराटनगर में अलग-अलग होटलों में छापेमारी कर दो किलो यूरेनियम के साथ 15 तस्करों को
गिरफ्तार किया है। मोरंग के एसपी शांतिराज कोईराला ने इसकी पुष्टि की है। उनके अनुसार तस्कर यूरेनियम को काठमांडू से लेकर चले थे तथा बिहार के अररिया स्थित जोगबनी सीमा से भारतीय क्षेत्र में एंट्री करने वाले थे।
पूरे बिहार में भारत-नेपाल सीमा पर चौकसी कड़ी
बरामद यूरेनियम की कीमत करोड़ों रुपये आंकी जा रही है। तस्करों को इतनी मात्रा में यूरेनियम कहां से व कैसे मिला तथा इसे भारत में किसके पास भेजा जा रहा था, अब दोनों देशाें की सुरक्षा एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं। भारत लाई जा रही इतनी बड़ी खेप के मिलने के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं हैं। पूरे बिहार में भारत-नेपाल सीमा पर चौकसी कड़ी कर दी गई है।
परमाणु बम बनाने में हाेता यूरेनियम का इस्तेमालयूरेनियम का इस्तेमाल परमाणु बम बनाने में किया जाता है। एक किलो यूरेनियम से 24 मेगावाट ऊर्जा वाला बम बनाया जा सकता है। जापान के हिरोशिमा और नागासाकी शहरों पर अमेरिका द्वारा गिराए गए परमाणु बमों में 64 किलो यूरेनियम का उपयोग किया गया था। ऐसे में अगर दो किलो यूरेनियम भी गलत हाथों में पड़ जाए तो तबाही लाने के लिए पर्याप्त है। हालांकि, यह भी सच है कि यूरेनियम से परमाणु बम बनाने की तकनीक अभी आतंकियों या देश विरोधी तत्वां के पास होने की जानकारी नहीं है।
पिछले साल झारखंड में भी मिल चुका यूरेनियम इसके पहले तीन जून 2021 को बिहार की सीमा से सटे झारखंड के बोकारो में सात किलो यूरेनियम की बरामदगी से हड़कम्प मच गया था। इसके तार अंतरराष्ट्रीय तस्करों से जुड़े होने की आशंका व्यक्त की गई थी। यह कार्रवाई राष्ट्रीय जांच एंजेंसी ( NIA) के इनपुट के आधार पर बोकारो पुलिस ने की थी। 06 मई 2021 को महाराष्ट्र में यूरेनियम की बरामदगी के बाद झारखंड में यूरेनियम की उक्त बरामदगी से हड़कम्प मच गा था। इसके बाद बिहार लाई जा रही यूरेनियम की यह बड़ी खेप पकड़ी गई है।
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