बिहार में कन्हैया कुमार के काफिले पर हमला, पथराव में घायल; मारपीट का भी लगा आरोप
बिहार के सुपौल में कन्हैया कुमार के काफिले पर हमला कर दिया है। बताया जाता है कि पथराव में कन्हैया घायल हो गए हैं। वहीं कन्हैया पर भी एक युवक ने मारपीट का आरोप लगाया है।
सुपौल, जेएनएन/ एएनआई। Attacked on convoy of Kanhaiya Kumar in Bihar: बिहार में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ (JNU) छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष व भाकपा नेता कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) के काफिले पर बुधवार की शाम में भीड़ ने हमला कर दिया है। हमला सुपौल (Supaul) में किया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से कहा गया है कि हमले में कन्हैया भी घायल हो गए हैं। उनका वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया है। उधर, सुपौल में एक युवक ने कन्हैया पर मारपीट का आरोप लगाया है। कहा कि हमें कन्हैया व उनके समर्थकों ने लात-घूंसे से मारा है।
हमले में कन्हैया घायल
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार हमले में कन्हैया भी घायल हो गए। हमारे सुपौल संवाददाता के अनुसार काफिले में शामिल दो अन्य लोग भी घायल हुए हैं। घायलों में एक ड्राइवर भी शामिल है। दो वाहनों के शीशे भी फूट गए हैं। बताया जाता है कि इस बाबत दो लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। बता दें कि इसके पहले बुधवार को झंझारपुर में भारतीय कन्युनिस्ट पार्टी के नेता (CPI Leader) कन्हैया के काफिले को काला झंडा दिखाया गया था। झंझारपुर के बाद कन्हैया कुमार सुपौल पहुंचे थे।
Bihar: Former JNU Students Union leader Kanhaiya Kumar injured after stones were pelted at his convoy in Supaul, today. Kanhaiya was heading towards Saharsa, after addressing a rally in Supaul at the time of incident. More details awaited. pic.twitter.com/IzJhtWzxiB
जानकारी के अनुसार, सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ जन-मन यात्रा के तहत संघर्ष माेर्चा द्वारा आयोजित सभा में शामिल होने आ रहे कन्हैया कुमार को सुपौल में जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। जैसे ही कन्हैया का काफिला मल्लिक चौक पर पहुंचा, सैकड़ों की संख्या में उपस्थित युवाओं ने कन्हैया के विरोध में जमकर नारेबाजी की। इसी क्रम में काफिले की गाड़ियों पर युवकों ने पथराव भी कर दिया। इस पथराव में काफिले में शामिल दो वाहनों के शीशे टूट गए। घायलों में एक ड्राइवर के घायल होने की सूचना है। प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद कन्हैया कुमार को सभा में जाने की अनुमति नहीं दी गई और काफिले को सहरसा की ओर रवाना कर दिया गया। वहीं, समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से कहा गया है कि हमले की इस घटना में कन्हैया भी जख्मी हुए हैं।
समर्थकों में नाराजगी
उधर, बताया जाता है कि इस घटना को लेकर कनहैया के समर्थकों में काफी नाराजगी है। दरअसल, आज ही सुपौल के पहले झंझारपुर में कन्हैया कुमार के काफिले को काला झंडा दिखाया गया था। साथ ही उनके खिलाफ लोगों ने नारेबाजी की। इतना ही नहीं, सोमवार को सारण में उनके काफिले को काला झंडा दिखा गया था। बता दें कि 26 जनवरी से वामदलों की ओर से जन गण यात्रा शुरू की गई है। यह यात्रा सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में निकाली गई है और इसका नेतृत्व कन्हैया कुमार कर रहे हैं।
कन्हैया पर भी मारपीट का आरोप
वहीं, सुपौल के युवक दिवाकर कुमार ने कन्हैया पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनके साथ कन्हैया कुमार ने मारपीट की। उनके मारने के बाद उनके समर्थकों ने भी हमें लात-घूंसाें से मारा। उन्होंने यह भी कहा कि हम भीड़ देखकर कन्हैया को देखने गए कि वे लोग हमें मारने-पीटने लगे। दिवाकर कुमार का वीडियो भी वायरल हो रहा है।
बिहार के सुपौल में बुधवार को कन्हैया कुमार को जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान वहां मौजूद एक स्थानीय वयवसायी ने कन्हैया के खिलाफ मारपीट व मोबाइल छीनने के आरोप लगाए हैं। #KanhaiyaKumar #CPI #CAA_NRC_Protests #JNUSU pic.twitter.com/J3vtyFiKAT — AMIT ALOK (@amitalokbihar) February 5, 2020
किशनपुर की सभा में बोले कन्हैया
वहीं, दूसरी ओर इससे पूर्व किशनपुर के सिसौनी में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कन्हैया कुमार ने कहा कि यह देश गांधी का देश है। इस देश में सभी का अधिकार है, लेकिन कुछ लोग आज गद्दी पर बैठ गए हैं जो हमलोगों से भारतीय होने का सबूत मांग रहे हैं। इस देश को आजाद कराने के लिए मेरे पुरखों ने कुर्बानी दी है। इस देश को आजाद कराने के लिए हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी का योगदान रहा है। जो लोग इस देश को आजाद कराने में रुचि नहीं रखते थे, वह लोग आज हमलोगों से भारतीय होने का सबूत मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज स्थिति यह बन गई है कि वर्तमान सरकार के द्वारा चुनाव में किए गए वादे को गरीब, छात्र, किसान, मां-बहनें पूरा करने की मांग करती हैं तो सरकार इस मांग को भटकाने के लिए तरह-तरह के काले कानून को लाकर शिगूफा छोड़ती रहती है।
धर्म के नाम पर बांटा जा रहा देश को
उन्होंने कहा कि आज हमलोग जब नौकरी की बात करते हैं तो सरकार हिंदुस्तान-पाकिस्तान की बात करती है। जब हमलोग जीडीपी की बात करते हैं तो सरकार हिंदू-मुस्लिम की बातें करती है। यह लड़ाई हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी की लड़ाई है। यह लड़ाई सिर्फ मुस्लिम की नहीं है। अभी के समय में देश के जो कुर्सी पर बैठे हुए हैं प्रधानमंत्री, वे खुद अपने मन की ही बात करते हैं, वे दूसरों की बात नहीं सुनते हैं। अगर जब आपलोग मेरे साथ हैं तो देश के गृह मंत्री कहते हैं कि सीए, एनआरसी के लिए हम एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे। अगर आपलोग मेरा साथ दें तो मैं उन्हें सुपौल की इस धरती से कहना चाहता हूं कि हमलोग उन्हें इस देश से ही नहीं, इस धरती से भी भगा देंगे। हम इस देश को बांटने नहीं देंगे। एक बार फिर इस खूबसूरत देश को धर्म के नाम पर बांटा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भले ही हमारा तरीका अलग-अलग हो, कपड़े अलग-अलग हो, कोई मंदिर जाता है तो कोई मस्जिद जाता है। कोई टीका लगाता है तो कोई टोपी पहनता है। कुर्सी बचाने के लिए धर्म के धंधे को अब इस देश की आम जनता समझने लगी है। सभा को स्थानीय विधायक यदुवंश कुमार यादव, कांग्रेस विधायक शकील अहमद, पूर्व विधायक सहित अन्य लोगों ने भी संबोधित किया।