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बीमा, प्रदूषण और फिटनेस फेल वाहनों का टोल प्लाजा पर कटेगा ऑटोमैटिक चालान, ई-डिटेक्शन सिस्टम एक्टिव

परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि राज्य में हो रही सड़क दुर्घटनाओं में सर्वाधिक मौत राष्ट्रीय राजमार्ग पर हो रही है। इसपर नियंत्रण के लिए जरूरी है कि वाहन का फिटनेस परमिट बीमा मोटर वाहन कर आदि का अनुपालन शतप्रतिशत सख्ती से लागू किया जाए। ई-डिटेक्शन सिस्टम से ई-चालान होने के बाद टैक्स एवं अन्य डिफॉल्टर वाहनों की संख्या में कमी आएगी।

By Rajat Kumar Edited By: Rajat Mourya Updated: Tue, 13 Aug 2024 02:18 PM (IST)
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32 टोल प्लाजा पर लगाया गया ई-डिटेक्शन सिस्टम। (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, पटना। Automatic E-Challan System बिहार के सभी टोल प्लाजा पर अब ई-डिटेक्शन सिस्टम के माध्यम से ऑटोमैटिक ई-चालान कटने लगा है। अगर आपके वाहन का भी बीमा, प्रदूषण और फिटनेस फेल है, तो टोल प्लाजा से गुजरते ही ऑटोमैटिक ई-चालान कट जाएगा।

परिवहन विभाग के अनुसार, सिर्फ दो दिनों में ही करीब पांच हजार वाहनों का ई-चालान काटा गया है। इनमें राज्य के बाहर के वाहन भी शामिल हैं। वर्तमान में राज्य के सभी 32 टोल प्लाजा को ई-डिटेक्शन प्रणाली से जोड़ा गया है। यह चालान एक दिन में किसी टोल प्लाजा पर एक ही बार काटा जाएगा। इसकी सूचना संबंधित वाहन मालिक के मोबाइल नंबर पर भेजी जा रही है।

परिवहन सचिव ने दी जानकारी

परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि राज्य में हो रही सड़क दुर्घटनाओं में सर्वाधिक मौत राष्ट्रीय राजमार्ग पर हो रही है। इसपर नियंत्रण के लिए जरूरी है कि वाहन का फिटनेस, परमिट, बीमा, मोटर वाहन कर आदि का अनुपालन शतप्रतिशत सख्ती से लागू किया जाए।

ई-डिटेक्शन सिस्टम से ई-चालान होने के बाद टैक्स एवं अन्य डिफॉल्टर वाहनों की संख्या में कमी आएगी। इससे मोटरवाहन अधिनियम का उल्लंघन कर चलने वाले वाहनों की पहचान आसान होगी और उनसे जुर्माना भी वसूला जा सकेगा। इसके साथ बिना परमिट चलने वाली बसों पर भी लगाम लग सकेगी।

एक दिन में एक बार ही कटेगा ई-चालान

एनएच के टोल प्लाजा से होकर गुजरने वाले वाहन जब फास्टैग के संपर्क में आएंगे, तो तस्वीर सहित वाहन से संबंधित सारा डाटा ई-डिटेक्शन सॉफ्टवेयर में आ जाएगा। इसके बाद इस डाटा का मिलान एनआईसी के वाहन पोर्टल पर उपलब्ध डाटा से कराया जाएगा।

इसके जरिए संबंधित वाहन के निबंधन, फिटनेस, बीमा, प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण-पत्र आदि की अद्यतन जानकारी मिल जाएगी। इसमें कमी पाए जाने पर संबंधित वाहन मालिकों को ई-चालान निर्गत किया जाएगा।

स्मार्ट सिटी प्रणाली से भी जोड़ने की योजना

टोल प्लाजा के बाद अगले चरण में स्मार्ट सिटी शहरों में लगे कैमरों को भी ई-डिटेक्शन प्रणाली से जोड़ने की योजना है। अभी पटना, मुजफ्फरपुर और भागलपुर जैसे स्मार्ट सिटी में बिना हेलमेट, सीट बेल्ट, ट्रिपल राइडिंग या ओवरस्पीड का ही ई-चालान कट रहा है। ई-डिटेक्शन से जुड़ने के बाद शहरी क्षेत्र में भी बीमा, प्रदूषण और फिटनेस फेल वाहनों का ऑटोमैटिक ई-चालान कटने लगेगा।

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