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Ayodhya Ram Mandir: जदयू नेता ने प्राण प्रतिष्‍ठा की तारीख बदलने की दे डाली सलाह, बताई ये वजह

केंद्र सरकार को राम मंदिर लोकार्पण की तिथि बढ़ाने की सलाह देते हुए जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने मंगलवार को कहा कि 500 वर्षों के बाद राम मंदिर का निर्माण खुशी की बात है लेकिन केंद्र सरकार और भाजपा द्वारा इसमें राजनीति की जा रही है जो क्षोभ का विषय है। धार्मिक जानकारों का मानना है 22 जनवरी को शुभ मुहूर्त कुछ ही समय का है।

By Dina Nath Sahani Edited By: Prateek Jain Updated: Tue, 09 Jan 2024 07:25 PM (IST)
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Ayodhya Ram Mandir: जदयू नेता ने प्राण प्रतिष्‍ठा की तिथि बदलने की दे डाली सलाह, बताई ये वजह
राज्य ब्यूरो, पटना। केंद्र सरकार को राम मंदिर लोकार्पण की तिथि बढ़ाने की सलाह देते हुए जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने मंगलवार को कहा कि 500 वर्षों के बाद राम मंदिर का निर्माण खुशी की बात है, लेकिन केंद्र सरकार और भाजपा द्वारा इसमें भी राजनीति की जा रही है जो क्षोभ का विषय है।

धार्मिक जानकारों का मानना है कि 22 जनवरी को शुभ मुहूर्त कुछ ही समय का है, जो राम मंदिर के लोकार्पण जैसे महान कार्य के लिए उचित नहीं है। रामनवमी का दिन इसके लिए सर्वाधिक शुभ है। इसलिए रामनवमी के दिन राम मंदिर का लोकार्पण होना चाहिए।

जदयू सांसद के बयान पर भड़का भाजपा लीगल सेल

बक्सर। जदयू सांसद कौशलेंद्र कुमार द्वारा राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा पर दिए गए बयान पर भाजपा लीगल सेल ने रोष जताया है। मंगलवार को व्यवहार न्यायालय में लीगल सेल के जिलाध्यक्ष सुमन श्रीवास्तव की अध्यक्षता आयोजित बैठक में उक्त बयान को अशोभनीय करार दिया गया।

बैठक का संचालन मनोज कुमार श्रीवास्तव ने किया। बैठक में पराक्रमी प्रभु श्रीराम की बक्सर से निकलने वाली अभ्युदय यात्रा को सफल बनाने पर चर्चा की गई। साथ ही इस यात्रा में शामिल होने के लिए अधिवक्ताओं का आह्वान किया गया।

इस दौरान जिलाध्यक्ष ने जदयू सांसद द्वारा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर दिए गए अमर्यादित बयान पर आक्रोश प्रकट किया और कहा गया कि एक तरफ सारे हिंदू रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर नाना प्रकार की शोभायात्रा एवं द्वीप जलाकर खुशियां मनाने की तैयारी में लगे हैं तो दूसरी तरफ हिंदू विरोधी जदयू सांसद ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर नालंदा कालेज के प्रांगण में घिनौनी टिप्पणी की है, जो अशोभनीय है।

उन्होंने कहा कि जहां तक भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा का सवाल है, तो वह भारत में राममय होकर ही रहेगा। बैठक में प्रमिला पाठक, अवध बिहारी राम, शशि भूषण राय, सुशील कुमार पाठक, बसंत कुमार चौबे, भारत रजनीश श्रीवास्तव, संतोष कुमार उपाध्याय, राजीव भगत, मनोरंजन पाठक आदि मौजूद थे।

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