Barcode On Medicine: सरकारी दवाओं में अब होगा बार कोड, स्कैन करते ही पता चलेगी एक्सपायरी
बिहार के सरकारी अस्पतालों में मरीजों को दी जाने वाली दवाओं पर अब बारकोड होगा। इससे दवा की एक्सपायरी डेट आसानी से पता चल सकेगी। स्वास्थ्य विभाग ने दवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए यह फैसला लिया है। बारकोड से मरीज भी दवा की एक्सपायरी डेट स्कैन करके देख सकेंगे। सरकारी आपूर्ति में दवाओं के पैक के साथ ही दवा स्ट्रीप के चारो कोनों पर बार-कोड मिलेगा।
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के सरकारी अस्पतालों में मरीजों को दी जाने वाले छह सौ से अधिक तरह की दवाओं में आने वाले दिनों में बार-कोड भी होगा। जिससे यह पता करना आसान होगा कि दवा की एक्सपायरी कब है।
स्वास्थ्य विभाग के स्तर पर दवाओं की गुणवत्ता को लेकर हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया। इस निर्णय के अनुपालन का जिम्मा सरकार ने बिहार स्वास्थ्य सेवाएं आधारभूत संरचना निगम (बीएमएसआइसीएल) को सौंपा है।
मुफ्त मिलती हैं 612 तरह की दवाएं
राज्य के सभी श्रेणी के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी में आने वाले मरीजों के साथ ही भर्ती मरीजों को सरकार की नीति के तहत 612 तरह की दवाएं मुफ्त दी जाती हैं। इन दवाओं की खरीद का जिम्मा दो हिस्सों में बंटा है। करीब 75 प्रतिशत दवाओं की खरीद की जिम्मेदारी बीएमएसआइसीएल के पास है जबकि 20 से 25 प्रतिशत दवाओं की खरीद जिला स्तर पर खुले बाजार से होती है।कई बार अधिक मात्रा में दवाओं की आपूर्ति जिला में होने पर इनके एक्सपायर होने का खतरा होने बना रहता है। कई बार जिलों से यह सूचना भी आती है कि दवाएं बगैर उपयोग रखे-रखे भी खराब हो जाती हैं।इस समस्या से बचने और मरीजों को एक्सपायर दवाएं आपूर्ति न होने पाए इसे देखते हुए दवाओं पर बार-कोड प्रिंट करके लगाने का निर्णय हुआ है। सरकार के निर्णय के बाद बीएमएसआइसीएल ने करार वाली कंपनियों को सरकार के निर्णय से अवगत करा दिया है।
निगम ने अपने निर्देश में कहा है कि सरकारी आपूर्ति में दवाओं के पैक के साथ ही दवा स्ट्रीप के चारो कोनों पर बार-कोड प्रिंट करें। दवाओं के साथ ही दवाओं की बोतल, वायल और एंपुल भर भी इसे पिं्रट किया जाए ताकि मरीज भी इन्हें स्कैन करके एक्यपायरी तिथि की जानकारी प्राप्त कर सकें।
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