नौकरी के लिए अप्लाई कर फंस गया बेगूसराय का छात्र, पटना के बैंक ने भेजा ईमेल तो ठनका माथा
Bihar News बिहार के बेगूसराय का एक छात्र नौकरी के लिए आवेदन देकर फंस गया। वह जल्दी ही पुलिस के चक्कर में फंस सकता था लेकिन पटना के बैंक से मिले एक ईमेल ने उसकी आंखें खोल दीं।
पटना, जागरण संवाददाता। आजकल सरकारी या निजी संस्थान हों, हर काम के लिए आधार कार्ड और पैन कार्ड जैसे दस्तावेज मांगे जाते हैं। सरकारी एजेंसियों से जारी ये दस्तावेज कई मायनों में काफी संवेदनशील हैं। बावजूद लोग इसे किसी ऐरे-गैरे को भी देने में परहेज नहीं करते हैं। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो सावधान हो जाएं। ऐसी गलती आपको बड़ी परेशानी में डाल सकती है। पटना में रहने वाला बेगूसराय का एक छात्र ऐसे ही जालसाजों के जाल में फंसते-फंसते बचा। इस छात्र को वर्क फ्राम होम वाली नौकरी दिलाने के नाम पर कागजात हासिल किए गए थे। ठगों ने उसे 14 हजार रुपए प्रति माह वेतन देने का वादा भी किया था।
शातिर ठगों ने 14 हजार रुपये प्रति माह पर वर्क फ्राम होम का जाब दिलाने के नाम पर उनसे पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक खाता सहित अन्य दस्तावेज की छाया प्रति इस छात्र से ले लिये। ठगों ने पीडि़त के दस्तावेज की छाया प्रति से गांधी मैदान स्थित आरबीएल बैंक में खाता भी खुलावा दिया। इस बात की खबर पीडि़त को तब हुई, जब उनके मोबाइल पर मेल आया। यह देखकर वह चौंक गए। वह बैंक पहुंच खाता बंद करने का अनुरोध किया है और साथ ही गांधी मैदान थाने में इसकी लिखित शिकायत की है।
शातिर ने रख लिया पासबुक और एटीएम कार्ड
शातिर अवधेश के दस्तावेज पर खाता खुलवाने के साथ ही उसमें नंबर अपना दे दिया। पासबुक और एटीएम कार्ड भी अपने पास रख लिया। एटीएम पिन अपडेट करने से लेकर शातिर अवधेश से ओटीपी भी पूछे। फिलहाल खाता में रकम नहीं था।
मेल की वजह से फंसने से बच गया छात्र
कयास लगाया जा रहा है कि शातिर की मंशा थी कि उस खाते को खुलवाकर ठगी की रकम मंगाई जाए और बाद में एटीएम के जरिए निकासी कर ली जाए। अगर पुलिस जांच भी करें तो वह आसानी से बच जाए, लेकिन शातिर अकाउंट खुलवाने के दौरान अवधेश का मेल दे दिये। इसी वजह से खाता खुलने की जानकारी अवधेश के मेल पर आ गया।