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बिहार शिक्षा सेवा संवर्ग में शामिल नहीं होंगे BEO के पद, IAS बैद्यनाथ यादव की कमेटी जल्द देगी रिपोर्ट

शिक्षा विभाग के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि बिहार शिक्षा सेवा संवर्ग के पदाधिकारी बीईओ के पद पर नहीं जाना चाहते हैं क्योंकि इससे उनके प्रोन्नति व वेतनमान लाभ में नुकसान होने का भय है। इसका परिणाम यह है कि राज्य के 334 प्रखंडों में बीईओ के पद खाली हैं। ये सभी खाली पद अतिरिक्त प्रभार में चल रहे हैं।

By Dina Nath Sahani Edited By: Rajat Mourya Updated: Mon, 12 Aug 2024 04:27 PM (IST)
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बिहार शिक्षा सेवा संवर्ग में बीईओ के पद नहीं होंगे शामिल। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार शिक्षा सेवा संवर्ग में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीईओ) के पद शामिल नहीं होंगे। यही कारण है कि शिक्षा सेवा संवर्ग के प्रशासनिक उप संवर्ग के अधिकारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नहीं बनेंगे। शिक्षा सेवा के प्रशासनिक उप संवर्ग के पुनर्गठन के लिए शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव की अध्यक्षता वाली कमेटी अपनी रिपोर्ट जल्द सौंपेंगी।

यह कमेटी शिक्षकों के स्थानांतरण तथा पदस्थापन की प्रस्तावित नीति निर्धारित कर रही है। शिक्षा विभाग ने पहले तय किया था कि बीईओ के पद बिहार शिक्षा सेवा के प्रशासनिक उप संवर्ग में शामिल किए जाएं, लेकिन इस पर बिहार शिक्षा सेवा के प्रशासनिक उप संवर्ग के अधिकारियों के संगठन ने अपनी असहमति जतायी है।

इससे संबंधित सुझाव संगठन द्वारा कमेटी को दिए गए हैं। इसके मद्देनजर यह माना जा रहा है कि कमेटी बिहार शिक्षा सेवा के प्रशासनिक उप संवर्ग में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के पदों को शामिल करने की अनुशंसा नहीं करेगी।

अतिरिक्त प्रभार में खाली हैं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के 334 पद

शिक्षा विभाग के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि बिहार शिक्षा सेवा संवर्ग के पदाधिकारी बीईओ के पद पर नहीं जाना चाहते हैं, क्योंकि इससे उनके प्रोन्नति व वेतनमान लाभ में नुकसान होने का भय है। इसका परिणाम यह है कि राज्य के 334 प्रखंडों में बीईओ के पद खाली हैं। ये सभी खाली पद अतिरिक्त प्रभार में चल रहे हैं।

इससे अधिकांश प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एक से अधिक प्रखंड चला रहे हैं।

शहरी क्षेत्रों के प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के अतिरिक्त प्रभार संबंधित जिलों के कार्यक्रम पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों के जिम्मे हैं। इसका असर कार्यक्रम पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों के काम-काज पर पड़ रहा है।

प्रखंड स्तर पर बीईओ की महत्वपूर्ण भूमिका

शिक्षा विभाग में बीईओ प्रखंड स्तरीय अधिकारी होते हैं। इनका सीधा नियंत्रण प्रखंड के प्रारंभिक विद्यालयों पर होता है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के पद अवर शिक्षा सेवा संवर्ग (प्राथमिक शाखा) के होते हैं। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों के 50 प्रतिशत पदों पर सीधी नियुक्ति एवं बाकी 50 प्रतिशत पद निम्न शिक्षा सेवा (प्राथमिक शाखा) के शिक्षकों की प्रोन्नति से भरे जाते हैं।

निम्न शिक्षा सेवा (प्राथमिक शाखा) के शिक्षक राजकीय बुनियादी विद्यालयों में होते हैं। तय कालावधि के बाद उनकी प्रोन्नति अवर शिक्षा सेवा संवर्ग (प्राथमिक शाखा) में करने के प्रविधान है। प्रोन्नति के बाद उनका पदस्थापन राजकीय बुनियादी विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के पदों पर किए जाने का प्रविधान है।

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की तरह ही राजकीय बुनियादी विद्यालय के प्रधानाध्यापक का पद भी अवर शिक्षा सेवा संवर्ग (प्राथमिक शाखा) का है। प्रोन्नति से तो प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के पद नियमित रूप से भरे जाते रहे हैं, लेकिन वर्ष 1991 के बाद सीधी नियुक्ति नहीं हुई है।

वर्ष 1991 में अवर शिक्षा सेवा संवर्ग (प्राथमिक शाखा) में अवर सेवा चयन पर्षद के माध्यम से नियुक्ति हुई थी। अब अवर सेवा चयन पर्षद भी अस्तित्व में नहीं है।

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