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बिहार की बेटियों को CM नीतीश का बड़ा तोहफा, अब मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेजों में मिलेगा 33% आरक्षण

Reservation to Girls in Engineering and Medical Colleges बिहार में मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने बेटियों को बड़ा तोहफा दिया है। उन्‍होंने राज्‍य के मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेजों में 33 फीसद सीटें छात्राओं के नामांकन के लिए आर‍क्षित करने की घोषणा की है। पूरी जानकारी के लिए पढ़ें यह खबर।

By Amit AlokEdited By: Updated: Thu, 03 Jun 2021 07:08 AM (IST)
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बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार। फाइल तस्‍वीर।

पटना, स्‍टेट ब्‍यूरो। Reservation to Girls in Engineering and Medical Colleges यह बिहार की बेटियों के लिए बड़ी खबर (Big News For Daughters of Bihar) है। अब राज्‍य की 33 फीसद मेडिकल व इंजीनियरिंग सीटों (Medical and Engineering Seats) पर उन्‍हें आरक्षण (Reservation) मिलेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर इसकी घोषणा की। सरकार के इस बड़े फैसले से ज्यादा से ज्यादा लड़कियों के डाक्टर-इंजीनियर बनने का सपना साकार होगा।

बैठक में बिहार में मेडिकल व इंजीनियरिंग विश्‍वविद्यालयों की स्‍थापना के लिए विधेयकों पर भी चर्चा की गई।

चिकित्सा एवं अभियंत्रण विवि के विधेयकों की समीक्षा

बुधवार को मुख्यमंत्री ने राज्य में स्थापित होने वाले चिकित्सा विश्वविद्यालय (Medical Universtiy) एवं अभियंत्रण विश्वविद्यालय (Engineering University) संबंधी प्रस्तावित विधेयकों की समीक्षा की। विधानसभा के मानसून सत्र (Monsoon Session of Bihar Assembly) में दोनों विधेयकों के पेश होने की संभावना है। विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग ले सचिव लोकेश कुमार सिंह ने ‘द बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी एक्ट- 2021’ और पावर एंड फंक्शन ऑफ यूनिवर्सिटीज, जुरिडिक्शन एवं अदर प्रॉविजन’ के संबंध में जानकारी दी। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने ‘बिहार यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज और  पावर एंड फंक्शन ऑफ यूनिवर्सिटीज, जुरिडिक्शन एवं अदर प्रॉविजन’ की बाबत जानकारी दी।

सात निश्चय पार्ट- 2 के तहत की जा रही थी तैयारी

विदित हो कि मुख्यमंत्री की सात निश्चय पार्ट- 2 (Saat Nischay part- 2) योजना के तहत मे‍डिकल व इंजीनियरिंग विश्वविद्यालयों की स्थापना की तैयारी काफी पहले से ही हो रही थी। दोनों संबंधित विभागों के अधिकारियों को इसके लिए विधेयक बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी।

लड़कियों को एडमिशन मिलेगा में 33 फीसद आरक्षण

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अभियंत्रण विश्वविद्यालय और चिकित्सा विश्वविद्यालय स्थापित होने से इंजीनियरिंग और मेडिकल कालेजों का बेहतर ढंग से प्रबंधन हो सकेगा। साथ ही अध्यापन कार्य को भी बेहतर ढंग से नियंत्रित किया जा सकेगा। अफसरों को आदेश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के इंजीनियरिंग और मेडिकल कालेजों में नामांकन में न्यूनतम एक तिहाई सीटें छात्राओं के लिए आरक्षित की जाएं। इससे छात्राओं की संख्या और बढ़ेगी। यह यूनिक चीज होगी। इससे छात्राएं उच्च और तकनीकी शिक्षा की ओर ज्यादा प्रेरित होंगी। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों में इंजीनियरिंग कालेज खोले जा रहे हैं। कई मेडिकल कालेज भी खोले गए हैं। हम लोगों का उद्देश्य है कि इंजीनियरिंग एवं मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए बिहार के बच्चे एवं बच्चियों को बाहर नहीं जाना पड़े।

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