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Bihar School Reopen News: बिहार के शिक्षा मंत्री की बड़ी घोषणा- अगस्‍त में खुल जाएंगे 10वीं तक के स्‍कूल

Bihar School Reopen News बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि छह अगस्त से पहले आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में 10oha d{kk rd ds विद्यालयों को खोलने के संबंध में निर्णय लिया जाएगा इसमें उस वक्‍त के हालात को ध्‍यान में रखा जाएगा।

By Vyas ChandraEdited By: Updated: Thu, 22 Jul 2021 06:10 AM (IST)
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बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी। फाइल फोटो
पटना, राज्‍य ब्‍यूरो। Bihar School Reopen News राज्य में पहली से 10वीं कक्षाओं (First to 10th Class ) तक के सभी सरकारी एवं निजी प्रारंभिक और माध्यमिक विद्यालय अगस्त के दूसरे सप्ताह में खुलेंगे। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी (Minister of Education Department Vijay Chaudhary) ने बुधवार को बताया कि कोरोना महामारी के चलते राज्य में छह अगस्त तक आंशिक रूप से अनलाक है। इससे पहले आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में पहली से 10वीं कक्षाओं तक के बच्चों की पढ़ाई शुरू कराने पर कोरोना प्रोटोकाल के तहत महत्वपूर्ण निर्णय लिया जाएगा। 

आइसीएमआर की रिपोर्ट का दिया हवाला 

इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) की रिपोर्ट की चर्चा करते हुए शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि आइसीएमआर (ICMR) ने यह जानकार दी है कि देश के 60 फीसद लोगों में कोरोना से लड़ने के लिए एंटीबाडी बन गया है। यह भी बताया है कि  बच्चों की तुलना में कोरोना से ज्यादा खतरा वयस्कों को है। बच्चों के लिए स्कूलों को खोलने पर भी आइसीएमआर ने सहमति दी है और कहा है कि बच्चों में कोरोना से संक्रमण कम होता है। इस परिप्रेक्ष्य में शिक्षा विभाग अगले दस दिनों में कोरोना महामारी की स्थितियाें पर ध्यान रख रहा है। स्थितियां अनुकूल बनी रहीं तो अगस्त के दूसरे सप्ताह में स्कूलों को खोलने के लिए आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में बच्चों के भविष्य एवं उनकी सुरक्षा के हित में फैसला लिया जाएगा।

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कोरोना महामारी के कारण बंद किए गए थे स्‍कूल 

बता दें कि 2020 में आई कोरोना महामारी के कारण उस वर्ष स्‍कूलों में पठन-पाठन बंद ही रहा। यही स्थिति इस वर्ष भी रही। इससे बच्‍चों की पढ़ाई पर खासा असर पड़ा है। इधर कोरोना के मामले कम होने के बाद निजी स्‍कूलों और कोचिंग संस्‍थानों को खोले जाने की मांग भी जोर-शोर से हो रही थी। उनका कहना था कि लगभग डेढ़ वर्षों से संस्‍थान बंद रहने से इससे जुड़े लोग आजीविका की बड़ी समस्‍या झेल रहे हैं।   

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