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किसानों के लिए बड़ी राहत, बिहार में अब नहीं होगी खाद की कमी; आने लगी है डीएपी की रेक

Bihar News बिहार में रबी फसल की बुआई की तैयारी में जुटे किसान उर्वरक के गंभीर संकट से जूझ रहे हैं। फसल की बुआई पर असर पड़ने की संभावना बनने लगी है। किसान उर्वरक के लिए एक दिन पहले ही दुकानों पर कतार लगाकर खड़े हो जा रहे हैं

By Shubh Narayan PathakEdited By: Updated: Sat, 04 Dec 2021 07:30 AM (IST)
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बिहार के किसानों को नहीं होगी उर्वरक की कमी। प्रतीकात्‍मक तस्‍वी
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar News: बिहार में रबी फसल की बुआई की तैयारी में जुटे किसान उर्वरक के गंभीर संकट से जूझ रहे हैं। इसके चलते रबी फसल की बुआई पर असर पड़ने की संभावना बनने लगी है। हालत यह है कि कई जिलों में किसान उर्वरक के लिए एक दिन पहले ही दुकानों पर कतार लगाकर खड़े हो जा रहे हैं, लेकिन उनकी जरूरत पूरी नहीं हो पा रही है। राज्‍य में उर्वरक की किल्‍लत होने की बात सरकार भी स्‍वीकार कर रही है। हालांकि राज्‍य सरकार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा है कि उर्वरकों की किल्लत जल्‍द ही दूर हो जाएगी। इस महीने की पांच तारीख तक सभी जिलों को उनकी आवश्यकता के हिसाब से डीएपी पहुंच जाएगी। इसकी रेक आनी शुरू हो गई है। उन्होंने यह स्वीकार किया कि डीएपी की किल्लत है। यह भी जानकारी दी कि किस जिले में इसकी रेक लगने वाली है।

डीएपी की कमी का मसला केंद्र सरकार तक पहुंचाया

कृषि मंत्री ने आवश्यकता के हिसाब से उर्वरकों की आपूर्ति को ले राज्य सरकार ने केंद्र को लिखा था। केंद्र सरकार ने शीघ्र रेक पहुंचने की जानकारी दी है। डीएपी की जो मांग है उसके हिसाब से उपलब्धता 35 प्रतिशत है। किसानों की दिक्कत को वह जानते हैं। यूरिया की उपलब्धता पूरी तरह से है। डीएपी की कमी को ले केंद्रीय उर्वरक मंत्री ने उन्हें एक लाख टन एक सप्ताह के अंदर उपलब्ध कराने को कहा है।

खरीफ सीजन में 266 रुपए में मिला यूरिया

खरीफ मौसम में हमलोगों ने किसानों को 266 रुपए बैग यूरिया उपलब्ध कराया। पहली बार किसानों को इस मूल्य पर यूरिया मिला। खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए उनके 18 स्क्वायड लगातार सक्रिय हैं। रबी मौसम में अब तक 11 शिकायतें आई हैं। इस क्रम में चार उर्वरक विक्रेताओं पर प्राथमिकी दर्ज हुई है। हर संभव आवश्यक कार्रवाई हो रही है। ध्यानाकर्षण अजय कुमार, अख्तरूल इस्लाम, डा. सत्येंद्र यादव, रामरतन सिंह, राजवंशी महतो. मो. इजहार, आलोक कुमार, विजयशंकर दूबे और डा. रामानंद यादव द्वारा लाया गया था।

आप तो मत बोलिए सुधाकर जी

खाद की किल्लत पर कृषि मंत्री के बयान पर राजद के सुधाकर यादव भी तेज आवाज में बोल रहे थे। इस पर कृषि मंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा-आप तो मत बोलिए सुधाकर जी। आपके पिता (जगदानंद) और आपके कहने पर मैंने तो आपके इलाके में खाद बंटवा दिया है।

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