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रेल मंत्रालय का बड़ा खुलासा: वेटिंग लिस्ट के मामले में बिहार की ट्रेनें अव्वल

देश भर में ट्रेनों में यात्रियों की प्रतीक्षा सूची में बिहार का अव्वल स्थान है। देश के विभिन्न ट्रेनों की पैसेंजर लिस्ट में बिहार का रिकॉर्ड अव्वल स्थान पर है।

By Kajal KumariEdited By: Updated: Tue, 30 Jan 2018 11:48 PM (IST)
रेल मंत्रालय का बड़ा खुलासा: वेटिंग लिस्ट के मामले में बिहार की ट्रेनें अव्वल
पटना [जितेन्द्र कुमार]। बिहार से गुजरने वाली ट्रेनों में यात्रियों की प्रतीक्षा सूची देश में अव्वल है। दरभंगा से दिल्ली के बीच चलने वाली संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ऐसी ट्रेन के रूप में चिह्नित हुई है जिसमें बीते साल सर्वाधिक 2.05 लाख यात्रियों के टिकट वेटिंग लिस्ट में ही रह गए।

वैशाली एक्सप्रेस, गीतांजलि एक्सप्रेस सहित 10 ट्रेनें ऐसी हैं जिनमें सर्वाधिक लोग यात्रा करते हैं। जगह नहीं मिलने के कारण इन ट्रेनों की पैसेंजर वेटिंग लिस्ट भारतीय रेल के रिकॉर्ड में अव्वल स्थान पर हैं। 

रेल मंत्रालय द्वारा जारी हालिया आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2016-17 में कोलकता से मुंबई के बीच चलने वाली ट्रेन नंबर 12859 गीतांजलि एक्सप्रेस ने सर्वाधिक यात्री ढोए। इस ट्रेन से 8 लाख 54 हजार 144 लोगों ने यात्रा की। साथ ही एक लाख 78 हजार 812 लोगों के टिकट वेटिंग लिस्ट में ही रह गए।

कोलकाता से बेंगलुरु के बीच चलने वाली यशवंतपुर एक्सप्रेस यात्रियों को ढोने के मामले में देश में दूसरे स्थान पर रही। इसमें 7 लाख 40 हजार 545 यात्रियों को मंजिल तक पहुंचाया। साथ ही एक लाख 56 हजार 313 लोगों का टिकट कंफर्म नहीं हो सका। 

दरभंगा से दिल्ली जाने वाली संपर्क क्रांति एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12565) ने 6 लाख 22 हजार 863 लोगों को यात्रा कराई। यात्रियों को ढोने के मामले में यह ट्रेन भले ही देश में तीसरे स्थान पर हो, प्रतीक्षा सूची में यह ट्रेन अव्वल है। इससे यात्रा करने के इच्छुक 2 लाख 5 हजार 192 यात्रियों के टिकट प्रतीक्षा सूची में ही रह गए।

वहीं वेटिंग लिस्ट में देशभर में दूसरे स्थान पर रही दिल्ली से दरभंगा जाने वाली ट्रेन नंबर 12566 संपर्क क्रांति एक्सप्रेस। इससे 6 लाख 31 हजार लोगों ने यात्रा की लेकिन 1.97 लाख यात्रियों का टिकट कंफर्म नहीं हो सका। बरौनी से दिल्ली को जाने वाली ट्रेन नंबर 12553 वैशाली एक्सप्रेस देश के सर्वाधिक वेटिंग पैसेंजर वाली सूची में तीसरे नंबर है। 

पिछले दो दशकों में भारतीय रेल की कमान अधिकांश समय बिहार के नेताओं के हाथ में रही। इस कारण नई ट्रेनों, रेलवे लाइन के विस्तार, जोनल मुख्यालय का गठन, दीघा रेल ब्रिज, कोच फैक्ट्री और पहिया कारखाने के रूप में कई सौगातें भी मिलीं।

इनके बावजूद यात्रियों के लिए सफर आसान नहीं रहा। वर्ष 2016-17 के दौरान बिहार से गुजरने वाली 10 ट्रेनों में 17 लाख 26 हजार 908 यात्रियों का टिकट कंफर्म नहीं होने के कारण यात्री मंजिल तक नहीं पहुंच सके। 

वर्ष 2016-17 

- 17 लाख 26 हजार 908 यात्रियों का टिकट कंफर्म नहीं हुआ बिहार से गुजरने वाली 10 ट्रेनों में 

- 2.05 लाख यात्रियों के टिकट वेटिंग में रहे 12565 दरभंगा-दिल्ली संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में

- 1.97 लाख यात्रियों का टिकट कंफर्म नहीं हो सका दिल्ली-दरभंगा 12566 संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में 

 - सर्वाधिक 8 लाख 54 हजार 144 यात्रियों ने सफर किया कोलकता-मुंबई 12859 गीतांजलि एक्सप्रेस में

- संपर्क क्रांति, वैशाली एक्सप्रेस, गीतांजलि व सप्तक्रांति में जगह नहीं 

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