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Bihar Sarkari Naukri: बिहार के कॉलेजों में प्रधानाचार्य बनने का सुनहरा मौका, इतने पदों पर होगी नियुक्ति

Bihar Sarkari Naukri News बिहार के विश्वविद्यालयों के 171 अंगीभूत महाविद्यालयों में जल्द ही प्रधानाचार्यों की नियुक्ति होगी। बीपीएससी (BPSC Job) के माध्यम से प्रधानाचार्यों के पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। इसके लिए आयोग ने आवेदन मांगे थे जिसके लिए 290 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। आवेदनों की स्क्रूटिनी प्रक्रियाधीन है। स्क्रूटिनी के बाद अभ्यर्थियों के लिए साक्षात्कार की प्रक्रिया शुरू होगी।

By Dina Nath Sahani Edited By: Mohit Tripathi Updated: Fri, 20 Sep 2024 07:00 PM (IST)
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बिहार में लंबे समय से नहीं हुई प्रधानाचार्यों की नियुक्ति।

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के विश्वविद्यालयों के अंगीभूत महाविद्यालयों में 171 प्रधानाचायों की नियुक्ति जल्द होगी। प्रधानाचार्यों के पदों पर नियुक्ति बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग के माध्यम से होगी। इसके लिए आयोग ने आवेदन मांगे थे।

संबंधित पदों के लिए 290 अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन दिया गया है। आवेदनों की स्क्रूटिनी प्रक्रियाधीन है। स्क्रूटिनी में यह देखा जाएगा कि आवेदक प्रधानाचार्य पद के लिए निर्धारित अहर्ता पूरा करते हैं या नहीं।

मिली जानकारी के मुताबिक, आवेदनों की स्क्रूटिनी के बाद बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग अभ्यर्थियों के लिए साक्षात्कार की प्रक्रिया शुरू करेगा। राज्य के 268 अंगीभूत महाविद्यालय हैं।

लंबे समय से नहीं हुई प्रधानाचार्यों की नियुक्ति

अंगीभूत महाविद्यालयों के लिए प्रधानाचार्यों की नियुक्ति लंबे अर्से से नहीं हुई है। इसके कारण जिन अंगीभूत महाविद्यालयों में प्रधानाचार्य के पद खाली हैं, वहां प्रभारी प्रधानाचार्य से काम लिया जा रहा है।

कनीय प्राध्यापक को प्रभारी प्रधानाचार्य बनाने का मामला उजागर

प्रधानाचार्यों के रिक्त पदों पर प्रभारी प्रधानाचार्य की तैनाती संबंधित विश्रविद्यालय द्वारा की जाती है। लेकिन, हाल ही पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के तकरीबन दर्जन भर अंगीभूत महाविद्यालयों में वरीय प्राध्यापकों के रहते उनसे कनीय प्राध्यापक को प्रभारी प्रधानाचार्य बनाने का मामला उजागर हुआ। इसके सामने आने के बाद राज्यपाल एवं कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने इसे गंभीरता से लिया।

171 अंगीभूत कॉलेजों को मिलेंगे पूर्णकालिक प्रधानाचार्य

राजभवन सचिवालय ने पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति को कारण बताओ नोटिस जारी किया। कारण बताओ नोटिस के जवाब पर राजभवन द्वारा निर्णय लिए जाने तक कुलपति द्वारा किसी प्रकार का नीतिगत निर्णय लिए जाने पर भी रोक लगा दी गई है। बहरहाल, प्रधानाचायों की नियुक्ति के बाद 171 अंगीभूत महाविद्यालयों को पूर्णकालिक नियमित प्रधानाचार्य मिल जाएंगे।

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