Bihar 5th Phase Voting Percentage: बिहार में 5 लोकसभा सीटों पर हुआ मतदान, जानें कितने फिसदी पड़े वोट
सोमवार को बिहार में पांचवें चरण के तहत पांच लोकसभा सीटों मुजफ्फरपुर मधुबनी सीतामढ़ी सारण हाजीपुर में मतदान हुआ। इस बार भी पिछले चार चरणों की तरह मतदान प्रतिशत में कोई नया रिकॉर्ड नहीं बन पाया। मतदाताओं को जागरूक करने के लिए निर्वाचन आयोग के प्रयासों और राजनीतिक दलों की अतिशय सक्रियता के बावजूद पांचों संसदीय क्षेत्रों में औसतन ही मतदान हुआ।
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar 5th Phase Voting Percentage पांचवें चरण के तहत सोमवार को पांच संसदीय क्षेत्रों (मुजफ्फरपुर, मधुबनी, सीतामढ़ी, सारण, हाजीपुर) में मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया।
निर्वाचन आयोग के तमाम प्रयासों और राजनीतिक दलों की अतिशय सक्रियता के बावजूद पिछले चार चरणों की तरह इस बार भी मतदान प्रतिशत में कोई नया रिकार्ड नहीं बना।इन पांचों संसदीय क्षेत्रों में औसतन 55.85 प्रतिशत वोट पड़े, जो 2019 से 01.22 प्रतिशत कम है। पिछली बार इन्हीं क्षेत्रों में औसतन 57.07 प्रतिशत मतदान हुआ था। पिछली बार की तरह इस बार भी सर्वाधिक (58.10 प्रतिशत) वोट मुजफ्फरपुर में पड़े और सबसे कम (52.20 प्रतिशत) मधुबनी में।
80 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया
सारण में पिछले दो चुनावों से विजयी रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी का मुकाबला राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की पुत्री डॉ. रोहिणी आचार्य से रहा। हाजीपुर में रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान राजद के शिवचंद्र राम से इस सीट पर परिवार और पार्टी की प्रतिष्ठा बचाने के लिए जूझे हैं।मुजफ्फरपुर में आमने-सामने के लड़ाके पिछली बार वाले ही हैं, लेकिन पाला बदलकर। भाजपा से लगातार दो चुनाव जीत चुके अजय निषाद इस बार कांग्रेस का हाथ थाम मैदान में उतरे हैं। पिछली बार उनसे संघर्ष करने वाले वीआइपी के राजभूषण निषाद भाजपा के प्रत्याशी हैं।
इस बार का यह इकलौता उदाहरण है, जहां मुकाबले के प्रत्याशी पुराने हैं, लेकिन पार्टियां बदली हुई। सांसद रहे राजद के अर्जुन राय से सीतामढ़ी में विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर के लिए संसदीय चुनाव में मुकाबले का पहला अनुभव रहा।
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