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Bihar: धनकुबेरों की जांच में पुलिस मुख्यालय तक चढ़ावे का खेल, पूर्णिया SP की अनुशंसा पर अब EOU करेगा जांच

बिहार में धनकुबेरों की जांच के लिए गठित एसआईटी की रिपोर्ट को दबाने के लिए चढ़ावे का खेल पटना पुलिस मुख्यालय तक पहुंचने संबंधी मामले की जांच अब ईओयू करेगी। एडीजी के निर्देश पर पूर्णिया एसपी द्वारा गठित तीन सदस्यीय एसआईटी ने इस मामले की जांच रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच आर्थिक अपराध इकाई से कराने को कहा गया है।

By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiUpdated: Thu, 07 Sep 2023 09:13 PM (IST)
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धन कुबेरों की जांच में पुलिस मुख्यालय तक चढ़ावा की अब ईओयू करेगी जांच। (फाइल फोटो)

राजीव कुमार, पूर्णिया: राज्य के धन्नासेठों की जांच के लिए गठित SIT की रिपोर्ट को दबाने के लिए चढ़ावे का खेल पटना पुलिस हेडक्वार्टर तक पहुंचने संबंधी मामले की जांच अब आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) करेगी।

एडीजी के निर्देश पर पूर्णिया एसपी द्वारा गठित तीन सदस्यीय एसआईटी ने इस मामले की जांच रिपोर्ट सौंप दी है। इस रिपोर्ट में मामले की गहन जांच ईओयू से कराने का अनुरोध किया गया है।

तीन डीएसपी की बनी इस एसआईटी की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद पूर्णिया एसपी आमिर जावेद ने इस मामले की जांच ईओयू से कराने की अनुसंशा कर दी है। एसपी की अनुशंसा के बाद अब इस बहुचर्चित मामले की जांच आर्थिक अपराध इकाई करेगी।

इसलिए गठित की गई थी एसआईटी

कटिहार जिले में एक मई 2020 को मनीष झा और उसके परिवार के सभी सदस्यों द्वारा सूदखोरों के दवाब में आत्महत्या करने के बाद पटना उच्च न्यायालय ने राज्य पुलिस मुख्यालय के ऐसे धनकुबेरों की पहचान के लिए एसआईटी बनाने का निर्देश दिया था।

ADG कमल किशोर के नेतृत्व में जांच कर रही थी SIT

राज्य पुलिस मुख्यालय द्वारा गठित इस एसआईटी की कमान एडीजी कमल किशोर को सौंपी गयी। इस एसआईटी के निर्देश बाद सूबे के सभी जिलों में धनकुबेरों के आधार कार्ड और पैन कार्ड जांच के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय थानों में जमा कराये गए थे। एसआईटी की जांच रिपोर्ट को प्रभावित करने के नाम पर पैसे के लेनदेन की आंच पटना का राज्य पुलिस मुख्यालय के पटेल भवन तक पहुंच गई।

ADG कमल किशोर ने पूर्णिया SP को पत्र लिख कही ये बात

धनकुबेरों जांच कर रही एसआईटी की कमान संभालने वाले एडीजी कमल किशोर ने खुद इस मामले में पूर्णिया एसपी को पत्र लिखकर एसआईटी की रिपोर्ट मैनेज करने के नाम पर पुलिस मुख्यालय के तीसरे मंजिल पर पूर्णिया के एक युवक से लेनदेन करने की बात कही है। एडीजी ने पूर्णिया एसपी को इस युवक के बारे में जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा था।

एडीजी ने पत्र में किस युवक का किया उल्लेख

एडीजी ने अपने पत्र में पूर्णिया के जिस युवक के नाम का उल्लेख किया है, वह मणि प्रसाद पिता प्रसादी दास सम्राट चौक ततमा टोली का बताया जाता है।

इससे ही पटेल भवन के तीसरे मजिल पर एसआईटी की रिपोर्ट को मैनेज करने के नाम पर पैसे का लेन देन किया गया है।

पत्र मिलने के बाद पूर्णिया SP ने  गठित की थी जांच टीम

एडीजी कमल किशोर प्रसाद के पत्र मिलने के बाद पूर्णिया एसपी आमिर जावेद ने संदिग्ध युवक की जांच के लिए तीन डीएसपी की एक जांच टीम का गठन कर सात दिनों में रिपोर्ट सौंपने को कहा था।

इस जांच टीम की कमान सदर डीएसपी पुष्कर कुमार, यातायात डीएसपी कौशल किशोर कमल और लाइन डीएसपी कृष्ण कुमार को शामिल किया गया था।

इस मामले की गहन जांच के बाद जांच टीम ने एसपी को रिपोर्ट सौंप दी थी। रिपोर्ट में पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच आर्थिक अपराध इकाई से कराने को कहा गया है।

संदिग्ध युवक के बारे में एसआईटी को कुछ भी नहीं लगा हाथ

इस मामले की जांच कर रही एसआईटी को जांच के दौरान जिस युवक पर राज्य पुलिस मुख्यालय के तीसरे मंजिल पर रूपए के लेनदेन का आरोप लगा है, उसके बारे में कुछ भी जानकारी हाथ नहीं लग सकी है।

जांच टीम को ऐसा भी कोई सबूत हाथ नहीं लगा, जिसमें उसके द्वारा किसी तरह का अवैध लेनदेन किया गया हो।

युवक को छह माह के मोबाइल कॉल डिटेल में भी उसके एक बार पटना जाने की बात सामने आई है, जिसमें उसका मोबाइल लोकेशन राज्य पुलिस मुख्यालय नहीं होकर पटना के फ्रेजर रोड का है।

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