Move to Jagran APP

Bihar Bhumi Survey: खतियान सत्यापन के एवज में रिश्वतखोरी, चकबंदी लिपिक का वीडियो वायरल, विभाग ने लिया बड़ा एक्शन

Bihar Bhumi Survey 2024 बिहार भूमि सर्वेक्षण में घूसखोरी का मामला सामने आया है। चकबंदी लिपिक नागेश्वर नाथ सिंह का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह खतियान सत्यापन के एवज में रिश्वत लेते दिख रहे हैं। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए लिपिक को निलंबित कर दिया है। यह मामला रोहतास जिले के दिनारा चकबंदी कार्यालय का है।

By Dina Nath Sahani Edited By: Mohit Tripathi Updated: Sat, 14 Sep 2024 08:27 PM (IST)
Hero Image
Bihar Bhumi Survey: रोहतास में खतियान सत्यापन के एवज में रिश्वतखोरी। (सांकेतिक फोटो)
राज्य ब्यूरो, जागरण, पटना। Bihar Land Survey 2024: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग (चकबंदी निदेशालय) ने रिश्वत लेने के आरोपी लिपिक नागेश्वर नाथ सिंह को निलंबित कर दिया है। इस संबंध में शनिवार को विभागीय निदेशक महफूज आलम की ओर से आदेश जारी किया गया।

आदेश के मुताबिक, नागेश्वर नाथ सिंह रोहतास जिले के दिनारा चकबंदी कार्यालय में प्रभारी प्रधान लिपिक के रूप में कार्यरत थे, जहां उनके द्वारा खतियान की सत्यापित प्रति उपलब्ध कराने में रैयतों से रिश्वत लेने का वीडियो वायरल हुआ। इसके बाद विभाग ने दिनारा कार्यालय के चकबंदी पदाधिकारी द्वारा संबंधित मामलों की जांच करायी।

वायरल वीडियो की सत्यता प्रमाणित

जांच प्रतिवेदन के अनुसार, रिश्वत प्राप्त करने के वायरल वीडियो की सत्यता प्रमाणित हुई। इसके बाद विभाग द्वारा तत्काल प्रभाव से इन्हें निलंबित किया गया है। साथ ही, निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय संयुक्त निदेशालय, चकबंदी, गया निर्धारित किया गया है।

आरोपी लिपिक ने क्या कहा?

दूसरी ओर आरोपी प्रधान लिपिक नागेश्वरनाथ सिंह ने कहा है कि वे अपने कार्यालय में रैयतों का कार्य कर रहे थे, इसी बीच एक व्यक्ति तत्काल खतियान उपलब्ध करने के लिए जबरदस्ती पैसा देने लगे तथा मुझे फंसाने के लिए वीडियो बना लिया। मैं किसी भी प्रकार का रिश्वत नहीं लिया हूं।

यह भी पढ़ें: Bihar Land Survey: कब्जे की सरकारी भूमि का क्या होगा? जानें क्या कहते हैं बंदोबस्त पदाधिकारी

Bihar Bhumi Survey 2024: परदादा के नाम जमीन का खतियान खोजने में जुटे ग्रामीण, रुपये देने के बावजूद नहीं हो रहा काम

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।