नीतीश की नहीं टूटी नींद, क्या आईने में शक्ल देखते होंगे? सम्राट चौधरी ने बिहार सरकार के लिए क्यों कहा ऐसा
Samrat Chaudhary बिहार में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले ही सियासी खींचतान तेज है। पक्ष-विपक्ष के नेता अभी से एक-दूसरे पर हमला बोलने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। इसी क्रम में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने इंटरनेट मीडिया पर लिखी गई एक पोस्ट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा।
By Jagran NewsEdited By: Yogesh SahuUpdated: Wed, 09 Aug 2023 02:29 PM (IST)
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने एक बार फिर महागठबंधन की नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। सम्राट ने बुधवार को इंटरनेट मीडिया पर की गई एक पोस्ट में महाकवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता का भी उल्लेख किया।
सम्राट चौधरी ने अपनी लंबी पोस्ट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए एक ग्राफिक भी साझा किया है। इसमें उन्होंने लिखा कि घमंडी ठगबंधन के पूरे हुए 1 साल बिहार हुआ बदहाल। इस ग्राफिक में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की तस्वीर इस्तेमाल की गई है। वहीं, बिहार में आया गुंडाराज, जहरीली शराब से हुई सैकड़ों मौतें, चालू हुआ भ्रष्टाचार का व्यापार, दर्जनों पर लाठीचार्ज जैसी छोटी-छोटी पंच लाइन भी लिखी गई हैं।
सम्राट चौधरी ने फेसबुक पोस्ट में क्या लिखा?
सम्राट चौधरी ने अपनी फेसबुक पोस्ट में की शुरुआत कविता का उल्लेख करते हुए की। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि राष्ट्रकवि दिनकर जी ने लिखा था- 'जब नाश मनुज पर छाता है पहले विवेक मर जाता है।'उन्होंने आगे लिखा कि नीतीश कुमार आज इसी अवस्था से गुजर रहे हैं। विनाश के तरफ खींचते अपने कुंद विवेक के कारण ही उन्होंने आज से ठीक एक वर्ष पहले उन्होंने बिहार की जनता के आदेश को नकारते हुए लालू परिवार की गोद में बैठने का फैसला किया था, तब से लेकर आज तक गंगा में काफी पानी बह चुका है।
पलटी मारने की मिसाल बन चुके नीतीश : चौधरी
कभी भाजपा के साथ के कारण सुशासन के प्रतीक बने नीतीश आज राजद की संगत की रंगत में रंग कर कुशासन, अवसरवादिता और पलटी मारने की मिसाल बन चुके हैं।इस एक साल में लोगों ने देखा है कि कैसे कोई व्यक्ति अतिमहत्वाकांक्षा में पड़ कर अपने साथ-साथ 12 करोड़ बिहारवासियों के भविष्य को खतरे में डाल देता है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।