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बिहार में भाजपा की रणनीति में अहम बदलाव, उप चुनाव के दौरान पार्टी ने दे दिए भविष्‍य के संकेत

बिहार में भारतीय जनता पार्टी ने दिए अहम बदलाव के स्‍पष्‍ट संकेत। मोकामा और गोपालगंज सीट के लिए उप चुनाव के बीच विनोद तावड़े का दौरा भी रहा अहम। भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने फिर पुराने नेताओं पर जताया भरोसा

By Jagran NewsEdited By: Shubh Narayan PathakUpdated: Mon, 17 Oct 2022 05:09 PM (IST)
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बिहार में भारतीय जनता पार्टी ने पुराने नेताओं पर जताया भरोसा
पटना, जागरण टीम। Bihar Politics: बिहार में भारतीय जनता पार्टी ने एक बड़े बदलाव के संकेत दे दिए हैं। संभावना जताई जा रही है कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू से नाता टूटने के बाद भाजपा स्‍थानीय नेतृत्‍व में बदलाव कर सकती है। इस बदलाव में पार्टी कुछ नया करने की बजाय पुराने और आजमाए हुए चेहरों को ही फिर से आगे बढ़ाने की तैयारी में है। 

पिछला प्रयोग नहीं रहा बहुत अधिक कामयाब 

दरअसल, बिहार में 2020 का विधानसभा चुनाव जीतने के बाद भाजपा ने प्रदेश स्‍तर पर व्‍यापक बदलाव किए थे। बिहार भाजपा के शीर्ष चेहरों को दूसरी जिम्‍मेदारियां देकर नए लोगों को आगे बढ़ाया गया। लेकिन, यह प्रयोग बहुत अधिक कामयाब नहीं रहा। बिहार में जदयू के साथ भाजपा का गठबंधन टूट गया। पार्टी सरकार से भी बाहर हो गई। 

उप चुनाव में ही भाजपा ने दिए संकेत 

बिहार विधानसभा की दो सीटों पर हो रहे उप चुनाव के दौरान भाजपा ने अपनी आगामी रणन‍ीति के संकेत दिए हैं। राज्‍य में गोपालगंज और मोकामा की सीटों के लिए चुनाव की प्रक्रिया जारी है। तीन नवंबर को मतदान होना है। इस चुनाव के लिए भाजपा ने स्‍टार प्रचारकों की जो सूची जारी की है, वह सामान्‍य नहीं है। इसमें भविष्‍य की रणनीति के स्‍पष्‍ट संकेत हैं। 

विनोद तावड़े का दौरा भी अहम 

दरअसल, भारतीय जनता पार्टी ने बिहार विधानसभा के उप चुनावों के लिए स्‍टार प्रचारकों की सूची ऐसे समय में जारी की है, जब बिहार प्रभारी विनोद तावड़े राज्‍य के पहले दौरे पर हैं। तावड़े ने प्रमंडलवार भाजपा के नेताओं के साथ बैठक कर फीडबैक लिया है।  

सुशील कुमार मोदी का बढ़ेगा कद 

भाजपा ने स्‍टार प्रचारकों की सूची में उन चेहरों को अधिक तरजीह दी है, जिन पर पार्टी तीन साल पहले तक खूब भरोसा जताती रही थी। इनमें सबसे प्रमुख चेहरा हैं बिहार के पूर्व उप मुख्‍यमंत्री और राज्‍यसभा सदस्‍य सुशील कुमार मोदी। सुशील मोदी लंबे समय तक बिहार में भाजपा का प्रतिनिधि चेहरा रहे हैं। गठबंधन की सरकार चलाने में भी उनकी महारत रही है। वे लंबे समय तक राज्‍य का उप मुख्‍यमंत्री भी रहे हैं। उन्‍हें फिर से बिहार की राजनीति में फ्री हैंड दिया जा सकता है। 

नंद किशोर यादव और प्रेम कुमार भी

स्‍टार प्रचारकों की सूची में भाजपा ने पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव और प्रेम कुमार को भी तरजीह दी है। इन तीन चेहरों को तरजीह देने से भाजपा की रणनीति में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। ऐसा नहीं है कि ये नेता भाजपा के लिए कम महत्‍वपूर्ण थे। लेकिन, इस बार इन चेहरों को स्‍टार प्रचारकों की सूची में ऊपर ही रखा गया है। 

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