बिहार बोर्ड के नए अध्यक्ष ने कहा-' मैं भी बिहार बोर्ड से हूं, सबको करूंगा दुरुस्त'
बिहार बोर्ड के नए अध्यक्ष के रूप में आनंद किशोर ने अपना पदभार पदभार संभालने के बाद कहा कि वे भी बिहार बोर्ड से ही पासआउट हैं, सिस्टम में आई गड़बड़ियों को ठीक किया जाएगा।
पटना [वेब डेस्क]। पटना प्रमंडल के कमिश्नर आनंद किशोर ने गुरुवार को बिहार बोर्ड के नए अध्यक्ष के रूप में अपना पदभार संभाल लिया। पदभार संभालने के बाद उन्होंने कहा कि वे भी बिहार बोर्ड से ही पासआउट हैं और सिस्टम में जो गड़बड़ियां आ गई हैं, उन्हें अब ठीक किया जाएगा।
काम में पारदर्शिता लाना पहला उद्देश्य
पद संभालने के बाद बोर्ड अध्यक्ष ने घोषणाओं की झाड़ी लगा दी। उन्होंने कहा कि बोर्ड के कामकाज में पारदर्शिता लाना ही उनका पहला उद्देश्य है। जिन चीजों की वजह से बोर्ड की छवि धूमिल हुई है, उसे दुरुस्त किया जाएगा। टॉपर विवाद पर उन्होंने कहा कि कहां-कहां गड़बड़ी हुई, कौन इनमें संलिप्त रहे हैं, कहां चूक हुई, इन सबके पीछे कौन-कौन से अहम कारण रहे, इन सबकी समीक्षा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि इस विकट परिस्थिति में मुझे यह मौका दिया गया है। मैं पूरी कोशिश करूंगा कि अपना बेहतर रिजल्ट दूं, वहीं बोर्ड के सचिव अनूप सिन्हा ने सुधार करने की बात कही।
बनेगा शिकायत कोषांग पोर्टल
छात्र-अभिभावकों की शिकायतों को दूर करने के लिए शिकायत कोषांग पोर्टल बनाया जाएगा। पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत की जा सकेगी।
एफलिएशन की होगी जांच
वैसे स्कूल व कॉलेज जिसे गलत तरीके से मान्यता दी गयी है। इसकी जांच होगी। वैसे ही स्कूल व कॉलेजों को मान्यता दी जाएगी, जो बोर्ड के मानक के अनुरूप है। पूर्व में अध्यक्ष ने कितने को मान्यता दी है। अगर इस मामले में किसी तरह की शिकायत मिलेगी। तब इस पर कार्रवाई की जाएगी। इसमें पूरी पारदर्शिता होगी।
बोर्ड अध्यक्ष ने घोषणाएं कीं
बोर्ड ऑफिस के दोनों प्रभाग में सीसी कैमरे लगाए जाएंगे। मॉनिटरिंग के लिए ये कैमरे उच्च क्षमता वाले होंगे।
- बोर्ड ऑफिस में बेवजह लोगों के प्रवेश रोक लगाई जाएगी। यहां आने वाले लोगों का पूरा डाटा रखा जाएगा।
- हरेक काम के समय का निर्धारण होगा। कोताही बरतने वाले अधिकारी नपेंगे।
- उपस्थिति बायोमिट्रिक सिस्टम के जरिए बनेगी। पेंडिंग रिजल्ट जल्द क्लीयर होगा।
- बोर्ड ऑफिस का पूरी तरह कंप्यूटरीकरण किया जाएगा। काम में तेजी आएगी। पारदर्शिता लाने के लिए उच्च तकनीक का सहारा लिया जाएगा।
- छात्रों के प्रमाणपत्र का सत्यापन जल्द निपटाया जाएगा। कोशिश की जाएगी कि डिग्री ऑनलाइन हो।
- छात्रों को ऑनलाइन मॉडल पेपर उपलब्ध कराए जाएंगे। छात्र मॉडल पेपर डाउनलोड भी कर सकेंगे।
- स्क्रूटनी के काम में तेजी लाई जाएगी। इंजीनियरिंग में दाखिला लेने वालों के आवेदनों को पहले देखा जाएगा।