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Bihar Caste Based Survey Economical Report: सवर्णों में भूमिहार सबसे ज्यादा आर्थिक रूप से कमजोर, ब्राह्मण 25 तो इतने प्रतिशत राजपूत गरीब

बिहार में जातीय गणना की आर्थिक रिपोर्ट जारी कर दी गई है। इस रिपोर्ट से पता चला है कि सवर्णों में सबसे ज्यादा भूमिहार जाति के लोग आर्थिक रूप से कमजोर हैं। इसके अलावा 25 प्रतिशत ब्राह्मण 13 प्रतिशत कायस्थ और करीब 25 प्रतिशत राजपूत आर्थिक रूप से कमजोर हैं। बता दें कि राज्य में भूमिहार परिवार की कुल आबादी 8.36 लाख बताई गई है।

By Jagran NewsEdited By: Mukul KumarUpdated: Tue, 07 Nov 2023 01:02 PM (IST)
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जाति आधारित गणना की आर्थिक रिपोर्ट जारी
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में साढ़े 27 प्रतिशत भूमिहार, 25 प्रतिशत ब्राह्मण, 13 प्रतिशत कायस्थ और करीब 25 प्रतिशत राजपूत आर्थिक रूप से कमजोर हैं। बिहार में कराई गई जाति आधरित गणना के आंकड़े इस बात की तस्दीक करते हैं।

बिहार विधानसभा मे मंगलवार को सरकार जाति आधारित गणना की रिपोर्ट पेश की गई। विधानसभा परिसर में जाति आधरित गणना के आंकड़ो पर पहले चर्चा शुरू हुई थी। इसके बाद गणना के कुछ आंकड़े सार्वजनिक हो गए।

9.53 लाख राजपूत आर्थिक रूप से कमजोर

सार्वजनिक आंकड़ों के मुताबिक बिहार में आर्थिक रूप से कमजोर भूमिहार परिवार की कुल आबादी 8.36 लाख बताई गई है। यानी भूमिहारों की कुल आबादी में 27.58 प्रतिशत आर्थिक रूप से कमजोर है। इसी प्रकार राजपूत परिवार की कुल आबादी में करीब 9.53 लाख आर्थिक रूप से कमजोर हैं।

इस हिसाब से 24.89 प्रतिशत राजपूत परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हैं। सामान्य वर्ग में कायस्थ परिवारों में आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की आबादी 1.70 लाख बताई गई है, अर्थात कायस्थों की कुल पारिवारिक आबादी में 13.89 प्रतिशत की माली हालत ठीक नहीं।

25 प्रतिशत शेख परिवार आर्थिक रूप से कमजोर

वहीं, शेख परिवार की कुल आबादी करीब 11 लाख है। इसमे 2.68 लाख यानी 25.84 प्रतिशत परिवार आर्थिक रूप से कमजोर बताए गए हैं।

गौरतलब है कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की मासिक आय छह हजार रुपये और उससे कम है। वहीं, बिहार में सभी जातियों को मिलाकर कुल 34 प्रतिशत परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है।

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