Bihar: KK Pathak के खिलाफ नीतीश कुमार के सहयोगी दल ने भी खोला मोर्चा, अपर मुख्य सचिव के खिलाफ पास किया प्रस्ताव
बिहार की सत्तरूढ़ महागठबंधन सरकार की सहयोगी भाकपा ने नीतीश कुमार से अपर मुख्य सचिव केके पाठक को उनके पद से हटाने की मांग की है। भाकपा की राज्य परिषद ने केके पाठक के आदेशों के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है। पार्टी ने उच्च शिक्षा निदेशक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा निदेशक द्वारा जारी आदेशों को भी वापस लेने की मांग की है।
जागरण टीम, पटना/ औरंगाबाद। महागठबंधन सरकार की सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को उनके पद से हटाने की मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की है।
रविवार को पार्टी की राज्य परिषद की बैठक में केके पाठक द्वारा दिए गए आदेशों के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया। पार्टी ने उच्च शिक्षा निदेशक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा निदेशक द्वारा भी जारी आदेशों को वापस लेने की मांग मुख्यमंत्री से की है।
ये नेता हुए शामिल
बैठक को भाकपा के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय, पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह, राज्य सचिव मंडल सदस्य एम. जब्बार आलम, जानकी पासवान, ओमप्रकाश नारायण, रामचन्द्र महतो, अजय कुमार सिंह, रामबाबू कुमार, विजय नारायण मिश्र, मिथिलेश कुमार झा समेत अन्य नेता शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता संजय कुमार और प्रभात कुमार पाण्डेय ने संयुक्त रूप से की।
वेतन रोकना तानाशाही
रामनरेश पाण्डेय के मुताबिक, विधान पार्षद प्रो. संजय कुमार सिंह के वेतन आदि पर रोक लगाना शिक्षा विभाग के अफसरों की तानाशाही को प्रकट करता है।
प्रो. बिहार राज्य विश्वविद्यालय शिक्षक महासंघ के महासचिव भी हैं। इनके साथ महासंघ के अध्यक्ष प्रो. कन्हैया बहादुर सिन्हा का भी पेंशन रोक लगा दी गयी है। यह सदन के विशेषाधिकार के हनन का भी मामला है।
यह भी पढ़ें: Bihar News: रक्सौल में बॉर्डर पर नेपाल पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले, नो-मैंस लैंड में नाच देख रहे तीन भारतीय घायल
विद्यालय से गायब रहने वाले 837 शिक्षकों का कटा वेतन
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देश के बाद से औरंगाबाद में लगातार विद्यालयों की जांच विभिन्न पदाधिकारियों के द्वारा किया जा रहा है। जांच में गायब मिले शिक्षकों पर कार्रवाई की जा रही है।
शिक्षकों पर कार्रवाई से शिक्षक महकमा में हड़कंप है। शिक्षा विभाग के अधिकारी व्यवस्था को सुदृढ़ करने में लगे हैं। जांच में गायब रहने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई हो रही है।
स्थापना डीपीओ दयाशकर सिंह ने बताया कि अब तक करीब 837 शिक्षकों का वेतन कटौती किया गया है। गायब रहने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। विद्यालय में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है। शिक्षक समय से विद्यालय पहुंच रहे हैं।