Nitish Kumar के साथ दोबारा 'खेल' न कर दें इधर-उधर झांकने वाले विधायक! इस बात पर जताई है नाराजगी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में विधानसभा में फ्लोर टेस्ट पास कर लिया है। हालांकि उनकी पार्टी के कई विधायकों ने इस दौरान बागी तेवर दिखाए थे। नीतीश कुमार ने इन विधायकों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। विधायकों ने नीतीश कुमार से वादा किया कि वह दल और नेतृत्व के प्रति वफादार रहेंगे। बदले में मुख्यमंत्री ने भी भरोसा दिया कि उनकी समस्याएं हल होंगी।
राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दल के उन विधायकों से मुलाकात की, जिनका मन विश्वास मत पर मतदान से पहले इधर-उधर भटक गया था। मान-मनुहार और विशेष प्रबंध के तहत मतदान में शामिल हुए।
मुलाकात के दौरान विधायकों ने अपनी समस्याएं बताई। वादा किया कि दल और नेतृत्व के प्रति वफादार रहेंगे। बदले में मुख्यमंत्री ने भी भरोसा दिया कि उनकी समस्याएं हल होंगी। कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं होगी।
नेतृत्व से कोई तकलीफ नहीं...
बांका जिले के बेलहर के जदयू विधायक मनोज यादव ने कहा कि उन्हें नेतृत्व से कोई तकलीफ नहीं है। हां, बांका से दल के सांसद गिरिधारी यादव के रवैये से न सिर्फ उनकी, बल्कि समर्पित कार्यकर्ताओं की नाराजगी है।मनोज ने कहा कि वे पहले की तरह जदयू के लिए काम करते रहेंगे।नीतीश कुमार हमारे गार्जियन: डॉ. संजीव
परबत्ता के जदयू विधायक डॉ. संजीव ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान अपने क्षेत्र की समस्याओं के निदान के लिए एक आवेदन दिया। इसमें अगवानी घाट सुल्तानगंज पुल के जल्द निर्माण की मांग की गई है। विधायक ने बताया कि नीतीश कुमार हमारे गार्जियन हैं। गार्जियन कभी नाराज नहीं होते हैं। बच्चों की गार्जियन से नाराजगी हो सकती है। अब सब ठीक है।
डॉ. संजीव उन विधायकों में शामिल हैं, जिन्होंने विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के विरूद्ध पेश अविश्वास प्रस्ताव के मतदान में हिस्सा नहीं लिया। सरकार के विश्वास मत के मतदान में भी शामिल हुए।
विधानसभा में देरी से पहुंचने के लिए बिहार पुलिस को जिम्मेवार ठहराया। उनके अनुसार-देरी इसलिए हुई, क्योंकि पुलिस ने उन्हें ढाई घंटे तक अकारण रोक लिया था।
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