Bihar: डेंगू के मरीज मिलने का सिलसिला जारी, इस साल के 6,421 मामलों में 6,146 सिर्फ सितंबर के; हो चुकी कई मौतें
Bihar Dengue Case बिहार में डेंगू के मरीज मिलने का सिलसिला जारी है। सितंबर में डेंगू के 6146 मामले सामने आए जो पिछले पांच वर्षों के मुकाबले काफी अधिक है। आपको जानकर हैरानी होगी कि राज्य में इस साल 6421 मामले मिले जिनमें से 6146 मामले केवल सितंबर के हैं। निगम आयुक्त ने कहा कि डेंगू के मामलों की बढ़ती संख्या को रोकने के लिए अभियान शुरू किया गया है।
By Sunil RajEdited By: Aysha SheikhUpdated: Mon, 02 Oct 2023 10:31 AM (IST)
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में डेंगू के मामलों में चिंताजनक वृद्धि देखी जा रही है। हर गुजरते दिन के साथ राजधानी में न केवल डेंगू रोगियों की संख्या, बल्कि अस्पतालों में भर्ती होने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।
इस वर्ष आश्चर्यजनक रूप से बुखार उतरने के दो से चार दिन बाद मरीजों की हालत बिगड़ रही है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ रहा है। ऐसे रोगियों की संख्या 15 से 20 प्रतिशत तक है।
हालांकि, डॉक्टरों के अनुसार पीएमसीएच-एनएमसीएच समेत अन्य अस्पतालों में डेंगू के मरीज तभी पहुंच रहे हैं, जब उनकी हालत गंभीर हो जा रही है। आलम यह हो गया है कि एनएमसीएच में दूसरी बार 10 बेड बढ़ाने पड़े।
इसके साथ ही यहां डेंगू के लिए आरक्षित बेड की संख्या 40 हो गई है। बताते चलें कि रविवार को पीएमसीएच, एम्स, आइजीआइएमएस और एनएमसीएच में 86 एवं रूबन मेमोरियल, मेदांता, फोर्ड, जगदीश और राजेश्वर में 76 मरीज भर्ती थे। इसके अलावा सहयोग, मेडिवर्सल, साई, पारस व अन्य निजी अस्पतालों में भी दर्जनों मरीज भर्ती हैं।
बिहार में डेंगू के मामलों मे लगातार वृद्धि
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, बिहार में डेंगू के मामलों में चिंताजनक वृद्धि देखी जा रही है। सितंबर में 6,146 मामले सामने आए, जो पिछले पांच वर्षों में इस महीने में सबसे अधिक है।राज्य में इस साल 6,421 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 6,146 मामले केवल सितंबर में सामने आए। यह पिछले साल सितंबर में दर्ज 1,896 से तीन गुना है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल कुल 13,972 मामले सामने आए थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के नेशनल सेंटर फॉर वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल के अनुसार, 17 सितंबर तक बिहार में डेंगू से सात मौतें हुईं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।