राज्य ब्यूरो, पटना: उपमुख्यमंत्री बनने के बाद से तेजस्वी यादव का राजनीतिक जीवन काफी व्यस्त हो गया है। डिप्टी सीएम बनने के बाद जब उनके घर में उनकी लाडली बिटिया कात्यायनी ने जन्म लिया तो परिवार की खुशियां दोगुनी हो गईं।
राजनेताओं के लिए राजनीति के साथ निजी जीवन के साथ तालमेल बैठाना आसान नहीं होता है, लेकिन तेजस्वी यादव इसे कर के दिखा रहे हैं। अपने राजनीतिक जीवन के साथ तालमेल बैठाकर वे परिवार के लिए भी समय निकाल रहे हैं। बिटिया कात्यायनी के पहचान-पत्र, पासपोर्ट आदि के लिए वे अपनी पत्नी के साथ खुद सरकारी कार्यालय जा रहे हैं।
इसी कड़ी में गुरुवार को पत्नी राजश्री और पुत्री कात्यायनी को लेकर तेजस्वी पासपोर्ट कार्यालय पहुंचे। यहां वे लगभग घंटेभर रहे।
कागजी कार्यवाही पूरी करने के बाद तेजस्वी जब पासपोर्ट कार्यालय से निकले तो उन्होंने मीडिया से कहा कि बेटी का पहचान पत्र बनवाना है, इसलिए पासपोर्ट कार्यालय आया था।
तेजस्वी ने बताया कि कात्यायनी के पासपोर्ट के लिए आवेदन कर दिया है। अब जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करना है। पासपोर्ट के लिए सारी प्रक्रिया पूरी कर दी है। एक प्रश्न पर तेजस्वी ने कहा कि उनका कोई काम नहीं था। उनका पासपोर्ट तो कोर्ट में जमा है। बेटी का काम था, इसलिए पासपोर्ट कार्यालय आया था।
उप मुख्यमंत्री ने इस दौरान केंद्र की मोदी सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि बिहार से विपक्षी एकता की शुरुआत हो चुकी है। इससे भाजपा डरी हुई है। उसकी समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करें। भाजपा वाले अभी कर्नाटक में चुनाव हारे हैं। उससे पहले हिमाचल प्रदेश में हारे थे। आने वाले समय में छत्तीसगढ़ और राजस्थान चुनाव में भी हारेंगे। उसके बाद दिल्ली और झारखंड भी हारेंगे, चिंता मत करिए।