NEET पेपर लीक मामले में डिप्टी CM का बड़ा दावा, सबूत दिखाकर तेजस्वी यादव के PS पर लगाए गंभीर आरोप
नीट (यूजी) पेपर लीक मामले में बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा बड़ा दावा किया है। उन्होंने तेजस्वी यादव के निजी सचिव प्रीतम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उप मुख्यमंत्री का दावा है कि तेजस्वी यादव के निजी सचिव ने ही नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड सिकंदर यादवेंदु के लिए रूम बुक करवाया था। सिन्हा ने कहा कि मैंने मामले की विभागीय जांच कराई है।
राज्य ब्यूरो, पटना। नीट (यूजी) पेपर लीक मामले में उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने गुरुवार को बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के निजी सचिव प्रीतम ने नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड सिकंदर यादवेंदु के लिए कमरा बुक करवाया था।
विजय सिन्हा ने नीट और मंत्री के एनएचएआई कनेक्शन को लेकर प्रेसवार्ता करके कहा कि मैंने मामले की विभागीय जांच कराई है।
उन्होंने कहा कि अभी तक की जानकारी के अनुसार, पहली मई को तेजस्वी के निजी सचिव प्रीतम कुमार ने आरसीडी कर्मचारी प्रदीप को सिकंदर के लिए एनएचएआइ गेस्ट हाउस में कमरा बुक करने के लिए बुलाया था।
उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि बीते चार मई को प्रीतम कुमार ने प्रदीप कुमार को कमरा बुक करने के लिए फिर से बुलाया था। हालांकि, दूसरी ओर एनएचएआई ने भी इस मामले में अपना बयान जारी किया है।
तेजस्वी के लिए मंत्री शब्द के इस्तेमाल का दावा
उन्होंने दावा किया कि तेजस्वी यादव के लिए 'मंत्री' शब्द का इस्तेमाल किया गया। नीट पेपर लीक प्रकरण में जेल में बंद सिकंदर यादवेंदु राजद नेता तेजस्वी यादव के आप्त सचिव प्रीतम कुमार का करीबी रिश्तेदार है। सिकंदर ही वह शख्स है, जिसने अनुराग यादव नाम के अभ्यर्थी को प्रश्न पत्र उपलब्ध कराया था, जिसे ईओयू अब गिरफ्तार कर चुकी है।पेपर लीक में अबतक क्या-क्या हुआ?
उल्लेखनीय है कि बिहार में नीट पेपर लीक मामले को लेकर अभी तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसमें पांच नीट यूजी के अभ्यर्थी हैं।अनुराग ने लिखित में बताया कि चार मई 2024 को उसके फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेंदु ने उसे अमित आनंद और नीतीश कुमार के पास छोड़ दिया। जहां नीट परीक्षा के प्रश्न पत्र के साथ-साथ उसे आंसर शीट भी दिया गया। रात भर उसने उसे पढ़ा और जमकर रटा। उसका एग्जाम सेंटर डीवाई पाटिल स्कूल में था। एग्जाम में भी वही सवाल पूछे गए थे, जो उसे रात को रटवाए गए थे।
नीट परीक्षा मामले के सॉल्वर गैंग का सदस्य सिकंदर दानापुर नगर परिषद में पदस्थापित था और समस्तीपुर का रहने वाला है।आरोपियों ने स्वीकार किया है कि पांच मई को परीक्षा थी और पेपर चार मई को ही लीक हो गया था। अभ्यर्थियों से 30 से 32 लाख रुपये लिए गए थे। गिरफ्तार आरोपियों में सिकंदर का रिश्तेदार अनुराग यादव भी है। अनुराग को गेस्ट हाउस में ठहराया गया था।
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