'एक माह में मांगें पूरी नहीं हुईं तो हम दिखाएंगे ताकत', हड़ताली डाक्टरों ने सरकार के सामने रखी अपनी ये दो मांगें
Bihar Doctor Strike हाल ही में सरकार ने कहा था कि जो डाक्टर हड़ताल पर हैं उनका वेतन काटा जाएगा। अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की एक्शन कमेटी की बैठक में डाक्टरों ने अपनी दो अहम मांगों को पूरा करने के लिए सरकार को एक माह का समय दिया है। इसके साथ ही डाक्टरों ने मांगें पूरी नहीं करने पर एकजुट होकर ताकत दिखाने की बात भी कही है।
By Jitendra KumarEdited By: Aysha SheikhUpdated: Thu, 23 Nov 2023 08:36 AM (IST)
जागरण संवाददाता, पटना। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की एक्शन कमेटी की बैठक बुधवार देरशाम हुई। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. सहजानंद प्रसाद सिंह की उपस्थिति में प्रदेश अध्यक्ष डा. श्याम नारायण प्रसाद की अध्यक्षता में हुई बैठक में डाक्टरों ने अपनी दो अहम मांगों को पूरा करने के लिए सरकार को एक माह का समय दिया।
पदाधिकारियों ने कहा कि यदि इस बीच दोनों मांगें पूरी नहीं हुईं तो प्रदेश भर के डाक्टर अपनी ताकत व एकता दिखाएंगे।
डाक्टरों की दो मांगें
एक्शन कमेटी के संयोजक डा. अजय कुमार ने कहा कि हमारी पहली मांग है कि सरकार बिहार चिकित्सकीय संस्थान एवं व्यक्ति सुरक्षा कानून 2011 को महामारी रोग अधिनियम 2020 की तर्ज पर संशोधित करे।दूसरी मांग यूपी, हरियाणा व पंजाब की तर्ज पर 50 बेड तक के अस्पतालों व चिकित्सा निदान केंद्रों को क्लीनिकिल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट 2010 से मुक्त रखना। वहीं आइएमए नेतृत्व ने आश्वासन दिया कि हड़ताली डाक्टरों पर कोई भी दंडात्मक कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
दो वर्ष में स्वास्थ्य पदाधिकारियों से कई बार अनुरोध करने पर जब सुनवाई नहीं हुई तो उच्च पदाधिकारियों को सूचित कर ओपीडी बंद कराई गई थी। बैठक में वरीय उपाध्यक्ष डा. सुनील कुमार, सचिव डा. अशोक कुमार, पूर्व अध्यक्ष डा. बसंत कुमार, पूर्व अध्यक्ष डा. कैप्टन वीएस सिंह, पूर्व सचिव डा. ब्रजनंदन कुमार, डा. ललित कुमार आदि मौजूद थे।
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