Bihar Teachers: शिक्षा विभाग का प्रभार लेते ही एक्शन में ACS एस. सिद्धार्थ, खटाखट ले लिए ये बड़े फैसले
केके पाठक के अचानक छुट्टी पर जाने के बाद शिक्षा विभाग का प्रभार डॉ. एस. सिद्धार्थ को मिला है। केके पाठक की तरह ही एस. सिद्धार्थ भी एक्शन में हैं। वे एक के बाद एक कई अहम निर्णय ले रहे हैं। उन्होंने सभी सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षकों के लिए सेवाकालीन प्रशिक्षण अनिवार्य कर दिया है।
दीनानाथ साहनी, पटना। बिहार के सभी सरकारी विद्यालयों के छात्र-छत्राओं के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है।
विद्यार्थियों को बिना आधार के साइकिल और पोशाक समेत अन्य योजनाओं के पैसे नहीं मिलेंगे। हालांकि, जिन छात्र-छात्राओं के आधार कार्ड नहीं है, उनके आधार कार्ड इसी माह में ही बनवाये जाएंगे।इस संबंध में शिक्षा मंत्री सुनील कुमार एवं अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ की ओर से सभी जिलों को निर्देश दिया गया है।
प्रशिक्षण नहीं लेने वाले शिक्षकों का इंक्रीमेंट बंद होगा
शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के लिए सेवाकालीन प्रशिक्षण अनिवार्य किया है। प्रशिक्षण नहीं लेने वाल शिक्षकों को इंक्रीमेंट नहीं मिलेगा। प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों का आंतरिक मूल्यांकन भी होगा।जिला शिक्षा पदाधिकारियों को आगाह किया गया है कि शिक्षकों को वेतन या सेवानिवृत्ति लाभ नहीं मिलने की शिकायत शिक्षा विभाग में नहीं पहुंचनी चाहिए।
यह भी हिदायत दी गई है कि छात्रों के टीसी पर काउंटर सिग्नेचर के लिए पैसे लेने की शिकायत बिल्कुल नहीं आनी चाहिए।जिला शिक्षा पदाधिकारी क्षेत्र में घूमेंगे। अगर बच्चे कहीं खेलते पाये जाएंगे, तो उनसे यह पूछेंगे कि वे किस स्कूल के हैं। अगर बच्चे अनामांकित होंगे, तो उनका दाखिला कराएंगे।शिक्षकों की आवश्यकता का आकलन होगा। आवश्यकता के अनुसार अब शिक्षकों की नियुक्ति होगी। विद्यालयों में छात्र-शिक्षक अनुपात भी तय होगा।
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