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    Bihar Politics: तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने के सवाल पर कन्नी काट गए राहुल गांधी, बीजेपी ने ली चुटकी

    बिहार चुनाव में तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने के सवाल पर राहुल गांधी की चुप्पी पर बीजेपी ने कटाक्ष किया। रामकृपाल यादव ने कहा कि राहुल गांधी तेजस्वी को सीएम नहीं बनाएंगे। शाहनवाज हुसैन ने इसे कांग्रेस-राजद में दरार बताया। उन्होंने कहा कि तेजस्वी चुनाव जीतने की तैयारी कर रहे हैं और चुनाव आयोग को दोषी ठहराने की तैयारी है।

    By Krishna Parihar Edited By: Krishna Parihar Updated: Sun, 24 Aug 2025 09:51 PM (IST)
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    राहुल के कन्नी काटने पर भाजपा ने ली चुटकी

    डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने से कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कन्नी काटने पर भाजपा ने चुटकी ली है।

    पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव ने रविवार को प्रेसवार्ता में कटाक्ष करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव बिना किसी शर्त के राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए लालायित है, इसके लिये जनता से समर्थन भी मांग रहे, लेकिन तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने से राहुल गांधी कन्नी काट कर रहे।

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    उन्होंने राहुल गांधी द्वारा एक अध्यादेश की कॉपी फाड़ने की चर्चा करते हुए कहा कि राजद और कांग्रेस में कभी नहीं बनी है। राहुल गांधी कभी भी तेजस्वी को सीएम नहीं बनाएंगे।

    उन्होंने कहा कि अगला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बनेंगे। निर्दलीय सांसद पप्पू यादव के बयान को लेकर रामकृपाल यादव ने कहा कि वे खबरों में बने रहते हैं, उनके बयान का कोई मतलब नहीं।

    बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने भी कहा कि  "बिहार में आज की सबसे बड़ी खबर यह है कि जब राहुल गांधी से पूछा गया कि क्या वे तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाएंगे, तो उन्होंने सवाल टाल दिया और इस पर कोई टिप्पणी नहीं की, जबकि तेजस्वी ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में समर्थन दिया... फिर जनता उन्हें बिहार का मुख्यमंत्री कैसे चुनेगी? यह कांग्रेस और राजद के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर दरार का संकेत है।"

    उन्होंने यह भी कहा कि राजद और महागठबंधन के सर्वेक्षणों से संकेत मिलता है कि तेजस्वी यादव चुनाव जीतने वाले नहीं हैं, इसलिए वे इसके लिए चुनाव आयोग को दोषी ठहराने की तैयारी कर रहे हैं।

    SIR मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में पाकिस्तानियों के भी नाम हैं, अब विपक्ष को जवाब देना चाहिए कि क्या इन लोगों को वोट देने की अनुमति दी जानी चाहिए। बांग्लादेश और पाकिस्तान के नागरिक बिहार का भाग्य तय नहीं कर सकते और अगर SIR न होते, तो वे वोट देने के योग्य हो जाते।

    समाचार एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ।