Bihar Flood: कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर, झंझारपुर में कमला बलान का तटबंध टूटा, जगह-जगह आवागमन बाधित
Bihar Flood बिहार में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं हैं। तटबंधों पर दबाव बढ़ गया है। झंझारपुर में कमला बलान का तटबंध टूटने से अफरा-तफरी मच गई। कई जगह सड़कों पर पानी चढ़ जाने के कारण आवागमन बाधित हो गया है।
By Amit AlokEdited By: Updated: Thu, 19 Aug 2021 08:08 AM (IST)
पटना, जागरण टीम। Bihar Flood News Update बिहार में बाढ़ का कहर (Bihar Flood) लगातार जारी है। उत्तर बिहार में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर (Rivers Above Danger Mark) बह रही हैं। बाढ़ से घिरे पूर्व बिहार में गंगा (Ganga) में पानी घट रहा है। हालांकि, कटिहार में गंगा और कोसी खतरे के निशान के पार बह रही है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में कई जगह सड़कों पर पानी बहने के कारण आवागमन ठप है। पशुपालकों को पशुचारे की किल्लत से जूझना पड़ रहा है। कई लोग घरों की छत पर शरण लिए हुए हैं। लोग किसी तरह सुरक्षित जगहों की ओर पलायन कर रहे हैं।
देवापुर-शिवहर मार्ग पर चौथे दिन भी आवागमन बाधित पश्चिम चंपारण में नदियों का कटाव जारी है। गंडक बराज से शाम तक एक लाख 44 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। पूर्वी चंपारण के सुगौली, आदापुर और पताही में पानी जमा है। देवापुर-शिवहर मार्ग पर आज चौथे दिन भी आवागमन बाधित है। मधुबनी जिले के बेनीपट्टी प्रखंड के दो दर्जन गांव फिर बाढ़ से घिर गए हैं। धौंस, खिरोई, थुम्हानी और कोकरा नदी में उफान से खतरा बढ़ गया है। कई सड़कों पर पानी बह रहा है। मधवापुर प्रखंड में अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है।
झंझारपुर में कमला बलान का तटबंध दरका, अफरातफरी झंझारपुर में कमला बलान का बायां तटबंध 49.5वें किमी पर परतापुर में दरक गया। इससे अफरातफरी मच गई। बांध पर पहुंचे विभागीय अधिकारियों का सैकड़ों लोगों ने विरोध किया। बाद में फ्लड फाइटिंग का काम शुरू हो गया है। देर शाम तक बांध को सुरक्षित करने की सूचना है।
समस्तीपुर में जलस्तर स्थिर, मुजफ्फरपुर में बाढ़ का कहर
समस्तीपुर में गंगा का जलस्तर स्थिर है। इससे मोहनपुर, विद्यापतिनगर, पटोरी और मोहिउद्दीननगर प्रखंड क्षेत्र में लोगों को थोड़ी राहत मिली है। शिवहर-पिपराही ढाका एसएच 54 पर भी पानी का तेज बहाव जारी है। सीतामढ़ी के परिहार, बेलसंड के कई गांव पानी से घिरे हैैं। मुजफ्फरपुर में बाढ़ और बारिश के कारण जिले के छह प्रखंडों में बागमती, लखनदेई, मानुषमारा के कहर से लोग परेशान हैं।
भागलपुर में अभी तक नरम नहीं पड़े गंगा के तेवर इधर, भागलपुर में बुधवार को भी गंगा के तेवर नरम नहीं पड़े। गंगा के जलस्तर में कमी नहीं आई है। सबौर-कहलगांव एनएच 80 पर कई जगहों पर गंगा का पानी बह रहा है। वहीं, नाथगर-सुल्तानगंज के मझली में गंगा का पानी सुरक्षा तटबंध पर ओवरटाप करने की स्थिति में पहुंच गया। लखीसराय के पास हथिदह में गंगा नदी का जलस्तर पिछले 24 घंटे में 15 सेंटीमीटर कम हुआ है। लेकिन, अब भी गंगा खतरे के निशान से 1.60 मीटर ऊपर बह रही है। लखीसराय प्रखंड की अमहरा, मोरमा और साबिकपुर पंचायतों का भी बुरा हाल है।
मुंगेर में मची तबाही, तीन-चार दिनों बाद मिलेगी राहत मुंगेर में लगातार दो सप्ताह से तबाही मचा रही गंगा अब स्थिर हो गई है। 24 घंटे के अंदर गंगा का जलस्तर 16 सेमी नीचे पहुंच गया है। अभी गंगा खतरे के निशान 39.33 मीटर से 66 सेमी ऊपर बह रही है। बुधवार को गंगा का जलस्तर 39.99 मीटर रहा। केंद्रीय जल आयोग के सुरेश कुमार ने बताया कि गंगा का जलस्तर धीरे-धीरे कम होने लगा है। 36 घंटे में पानी की रफ्तार कम हो जाएगी। तीन से चार दिन में लोगों को राहत मिलनी शुरू हो जाएगी।
खगडि़या पहुंची एनडीआरएफ, मधेपुरा में सड़क पर पानी वहीं खगडि़या की 53 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या एक लाख 93 हजार 370 है। आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए यहां एनडीआरएफ की टीम मंगाई गई है। मधेपुरा में चौसा-फुलौत मुख्य मार्ग पर पांच फीट तक पानी बह रहा है। कई गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।कटिहार के प्राणपुर में एनएच 81 पर आवागमन ठप
कटिहार के काढ़ागोला में गंगा का जलस्तर 31.79 मीटर दर्ज किया गया है। रामयणपुर में गंगा हाई फ्लड लेवल से 12 सेमी नीचे 31.79 मीटर पर बह रही है। गंगा ने दूसरी बार हाई फ्लड लेवल को पार किया है। कुर्सेला ब्रिज के समीप कोसी हाई फ्लड लेवल से ऊपर 32.01 मीटर पर बह रही है। महानंदा नदी दो स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर है। ब्रांडी और कारी कोसी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। प्राणपुर में एनएच 81 पर बाढ़ के पानी का बहाव होने से आवागमन ठप हो गया है।
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