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सावधान! यह मछली दे सकती जानलेवा कैंसर, प्रतिबंध लगाएगी बिहार सरकार!

मछली का स्‍वाद जरूर लें, लेकिन जरा संभल कर। क्‍या आप जानते हैं कि आंध्र प्रदेश से आयातित मछलियों में कैंसर कारक फर्मलीन की अत्‍यधिक मात्रा मिली है? पूरी जानकारी के लिए पढ़ें खबर।

By Amit AlokEdited By: Updated: Wed, 09 Jan 2019 01:29 PM (IST)
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सावधान! यह मछली दे सकती जानलेवा कैंसर, प्रतिबंध लगाएगी बिहार सरकार!
पटना [राज्य ब्यूरो]। अगर आप मछली के शौकीन हैं तो यह खबर खास आपके लिए है। आंध्र प्रदेश से बिहार आने वाली मछलियों के प्रयोग पर सरकार रोक लगा सकती है। इन मछलियों में घातक फर्मलीन की मानक से अधिक मात्रा मिली है। विदित हो कि फर्मलीन का उपयोग मछलियों के संरक्षण के लिए किया जाता है, लेकिन इसके सेवन से कैंसर हो सकता है।

कोलकाता भेजे गए थे मछलियों के सैंपल

सरकार को ऐसी सूचना मिली थी कि आंध्र से आयातित मछली में बड़ी मात्रा में फर्मलीन को प्रयोग किया जा रहा है, जिससे कैंसर होने का खतरा है। इसकी पुष्टि के लिए अक्टूबर महीने में 10 स्थानों से मछलियों के सैंपल लेकर कोलकाता की एक लैब को भेजे गए थे। सरकार को अब सैंपल जांच रिपोर्ट मिल गई हैं, जिसका अध्ययन पशुपालन विभाग की टीम कर रही है।

जांच रिपोर्ट में फर्मलीन की पुष्टि

विभाग के सूत्रों ने बताया कि अगल-अलग स्थानों से जो सैंपल कोलकाता की लैब को जांच के लिए भेजे गए थे, उनकी रिपोर्ट में फर्मलीन की पुष्टि हो गई है। जिस मात्रा में आंध्र की मछलियों में फर्मलीन का प्रयोग किया जा रहा है वह मानव शरीर के लिए घातक है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि पशुपालन विभाग ने अपनी प्राथमिक रिपोर्ट में अत्याधिक फर्मलीन के प्रयोग किए जाने की पुष्टि कर दी है।

बिहार में लग सकता आंध्र की मछलियों पर प्रतिबंध

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने बताया कि अभी कुछ और जांच की प्रक्रिया चल रही है। इनके नतीजे बुधवार तक संभावित हैं। बुधवार को अंतिम रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद बिहार में आंध्र प्रदेश से आयातित मछलियों पर रोक लगाए जाने के संबंध में अंतिम रूप से फैसला लिया जाएगा। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पहले ही कह चुके हैंकि लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ नहीं किया जाएगा।

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